नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में मोदी सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए धारा 370 को खत्म कर दिया, इसके साथ ही जम्मू कश्मीर राज्य का विभाजन 2 केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में करने का प्रस्ताव किया गया है। ऐसे में बॉलीवुड सेलिब्रिटीज ने इस फैसले का स्वागत किया है। एक्टर अनुपर खेर ने ट्वीट करते हुए प्रक्रिया दी है। अनुपम ने लिखा कि कश्मीर समस्या का समाधान शुरू हो गया है। बता दें कि अनुपम खेर पीएम मोदी और मोदी सरकार द्वारा लिए गए फैसलों की हमेशा से तारीफ करते रहे हैं। यही वजह है कि वह कश्मीर में ज्यादा से ज्यादा सेना की तैनाती और राज्य के बड़े नेताओं को नजरबंद करने जैसी घटनाओं को जम्मू-कश्मीर के समाधान के लिए अच्छी पहल बता रहे हैं।
एक्टर मोहित रैना ने भी ट्वीट किया-
टीवी एक्ट्रेस एकता कॉल ने भी ट्वीट किया-
टीवी एक्टर इकबाल खान ने कश्मीर में शांति की दुआ मांगते हुए वीडियो शेयर किया-
कंगना रनौत ने भी इस फैसले का स्वागत किया है-
दिया मिर्जा ने भी जताई खुशी
अन्य सितारों ने भी इस मामले में ट्वीट किये-
कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों की तैनाती के बीच जम्मू क्षेत्र में भी सुरक्षा बढ़ाई दी गयी है और सीमावर्ती पुंछ और राजौरी जिलों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया जा रहा है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। अधिकारियों ने कहा कि आतंकी हमलों की धमकी के मद्देनजर बीते दो दिनों में जम्मू जिले के अलग-अलग जिलों में आरएएफ, सीआरपीएफ, आईटीबीपी और बीएसएफ समेत विभिन्न केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की कई कंपनियों को तैनात किया गया है।अधिकारियों ने कहा कि सीमावर्ती राजौरी और पुंछ जिलों में तैनात आरएएफ की टुकड़ियों ने सुरक्षा अभ्यास के तहत स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ के साथ एक इलाके में गश्त की। जम्मू क्षेत्र में हालात कमोबेश सामान्य रहे हैं, लेकिन राजौरी और पुंछ, डोडा, किश्तवाड़ समेत विभिन्न जिलों से यहां आ रहीं रिपोर्टों के मुताबिक भारी संख्या में बलों की तैनाती से लोगों में घबराहट है। रिपोर्ट में मुताबिक अधिकतर एटीएम में नकदी नहीं है क्योंकि लोगों ने हालात के मद्देनजर जरूरी सामान खरीदकर जमा करना शुरू कर दिया है। इस बीच नेशनल पैंथर्स पार्टी के चेयरमेन और राज्य के पूर्व मंत्री हर्ष देव सिंह ने कहा कि जम्मू के शांतिपूर्ण और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से मुक्त होने के बावजूद यहां भी तनाव पैदा हो गया है।
जम्मू कश्मीर में हालात तनावपूर्ण, मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद
हर्ष ने कहा, “कश्मीर की स्थिति से निपटने के लिए सेना की भारी तैनाती और पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को परामर्श जारी करने से जम्मू क्षेत्र के लोगों के सामाजिक-आर्थिक जीवन पर भी असर पड़ा है। जम्मू को न केवल अशांत और असुरक्षित क्षेत्र रूप में पेश किया जा रहा है बल्कि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हो रही है।" उन्होंने कहा कि जम्मू, जम्मू-कश्मीर का हिस्सा होने की कीमत चुकाता रहा है।