पद्मावत फिल्म को सेंसर बोर्ड और सुप्रीम कोर्ट ने हरी झंडी मिल गई है लेकिन फ़िल्म रिलीज़ पर बवाल नॉन स्टॉप जारी है. चार दिन बाद संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत रिलीज होने वाली है लेकिन फिल्म के विरोध में लगी आग बुझने का नाम नहीं ले रही है. करणी सेना के डर से गुजरात के कुछ थियेटर मालिक पद्मावत नहीं दिखाने का फैसला कर चुके हैं. फिल्म के विरोध में गुजरात के मेहसाणा में राजपूत संगठन के कार्यकर्ताओं ने दो बसों में आग लगा दी. आणंद में भी सड़कों पर जमकर आगजनी की गई. अहमदाबाद के राजहंस सिनेमा में करणी सेना ने तोड़फोड़ की. जयपुर में भी सड़क पर टायर जलाकर फिल्म का विरोध किया गया. विवाद खत्म करने के लिए संजय लीला भंसाली ने करणी सेना को फिल्म देखने का न्योता भेजा है लेकिन करणी सेना अपने फैसले को बदलने के लिए तैयार नहीं है.
राजपूत संगठनों के नेता-कार्यकर्ता मल्टिप्लेक्स में जाकर ये धमकी देने लगे हैं कि फिल्म दिखाई तो अंजाम काफी बुरा होगा नतीजतन मल्टिप्लेक्स वाले फिल्म पद्मावत को दिखाने से खुद ही पीछे हटने लगे हैं. अहमदाबाद के वाइड एंगल मल्टीप्लेक्स को बजरंग दल के नेताओं ने बकायदा अनुरोध पत्र देकर धमकी दी. ऐसी कई धमकियां करणी सेना, महाकाल सेना, विश्व हिंदू परिषद जैसे अन्य संगठन पहले भी दे चुके हैं लिहाजा गुजरात मल्टीप्लेक्स ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मनु भाई पटेल के बेटे और वाइड एंगल के डायरेक्टर राकेश पटेल ने अपने मल्टिप्लेक्स में पद्मावत दिखाने से इनकार कर दिया है.
सिर्फ राजपूत संगठन ही नहीं सियासी नफा-नुकसान के फेरे में फंसी कुछ राज्य सरकारें भी पद्मावत के रिलीज के विरोध में खड़ी नज़र आ रही हैं. राजस्थान सरकार ने रिलीज पर रोक हटाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन दायर करने का ऐलान किया है.