नई दिल्ली: बॉलीवुड में आजकल नेपोटिज्म पर एक अलग ही बहस छिड़ी हुई है। आईफा अवॉर्ड्स समारोह में सैफ अली खान, करण जौहर और वरुण धवन के ‘नेपोटिज्म रॉक्स’ कहने के बाद यह बहस और बढ़ गई। कंगना ने सैफ और वरुण को ओपन लेटर लिखा तो सोशल मीडिया में और बहस मच गई। अब पहली बार बॉलीवुड अभिनेत्री करीना कपूर ने भी इस पर अपना पक्ष रखा है। करीना का कहना है कि ‘नेपोटिज्म’ हर प्रोफेशन में है, लेकिन यहां हुनर ज्यादा जरूरी है। करीना ने आगे कहा अगर फिल्म इंडस्ट्री में आलिया भट्ट है तो कंगना रनौत भी है।
बॉलीवुड के सबसे प्रसिद्ध परिवार 'कपूर खानदान' की बेटी करीना कपूर ने फिल्मफेयर मैगजीन को दिए इंटरव्यू में बॉलीवुड में नेपोटिज्म पर खुलकर बात की। करीना का कहना है कि 'इस बारे में पहले भी काफी कुछ कहा जा चुका है। क्या नेपोटिज्म हर संभव जगह मौजूद नहीं है? लेकिन कोई इसके बारे में बात नहीं करता। बिजनेस परिवारों में बेटे बिजनेस को आगे बढ़ाते हैं। राजनीतिक पीरिवारों में भी बेटे पिता की जगह लेते हैं। इस सब को 'परिवारवाद' की श्रेणी में नहीं रखा जाता बल्कि इसे तो अच्छा माना जाता है।' करीना ने आगे कहा कि कई स्टारकिड्स उस मुकाम पर नहीं पहुंच पाए जहां उनके माता-पिता पहुंचे थे। इसलिए बहस करना बेकार है। फिल्म इंडस्ट्री ऐसी जगह है जहां सिर्फ टैलेंट ही काम आता है, और सिर्फ हुनरमंद ही यहां ठहर पाते हैं। अगर भाई-भतीजावाद से अतना फर्क पड़ता तो स्टारकिड्स नंबर वन पोजीशन पर होते।‘’ करीना न आगे कहा कि यहां रणबीर कपूर हैं तो रणवीर सिंह भी हैं, जो किसी बॉलीवुड परिवार से नहीं है। इसलिए इस तरह की बहस करना बेमानी है।‘’
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बता दें करीना कपूर जल्द ही एकता कपूर की फिल्म 'वीरे दी वेडिंग' में नजर आने वाली हैं। प्रेगनेंसी और तैमूर के पैदा होने के बाद यह उनकी कमबैक फिल्म होगी। इस फिल्म में करीना के अलावा सोनम कपूर, स्वरा भास्कर और शिखा तलसानिया जैसे सितारे भी नजर आएंगे।