करण जौहर के लिए, श्रीदेवी की फिल्में उनके लिए हिंदी सिनेमा के प्रति उनके प्यार की वजह है। करण ने बताया कि 80 के दशक में उनके इलाके के कई बच्चों को हिंदी सिनेमा में दिलचस्पी नहीं थी लेकिन श्रीदेवी की फिल्मों से सब कुछ बदल गया। करण जौहर ने रविवार की शाम को श्रीदेवी पर बेस्ड बुक लॉन्च के दौरान ये बातें कहीं। श्रीदेवी को सदमा, मिस्टर इंडिया, लम्हे, इंग्लिश विंग्लिश, मॉम जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है, पिछले साल फरवरी में उनका निधन हो गया।
दीपिका पादुकोण द्वारा दिल्ली लॉन्च के कुछ दिनों बाद मुंबई में सत्यार्थ नायक द्वारा लिखित श्रीदेवी - द एक्सटर्नल स्क्रीन गुडनेस को लॉन्च करने वाले करण ने कहा कि जब हिंदी सिनेमा उनके आसपास के बच्चों के लिए एक कम प्राथमिकता थी, तब श्रीदेवी की फिल्मों ने उन्हें और उनके आस पास के बच्चों को फिल्मों के प्रति प्यार जगाया। करण ने बताया कि आज उन्हें श्रीदेवी की यादें और उनकी फिल्में भावुक कर रही हैं।
करण ने आगे कहा- "मुझे याद है कि मैंने हिम्मतवाला को एक सिनेमा हॉल में देखा, मैं इसे देखने के लिए मैं कई बार गया और फिर उसके बाद की हर फिल्म देखने मैं जाया करता था।” करण जौहर ने बताया कि उनके पिता की फिल्म मुकद्दर का सिकंदर और श्रीदेवी की फिल्म मिस्टर इंडिया एक ही दिन रिलीज हुई और उन्होंने श्रीदेवी की फिल्म मिस्टर इंडिया देखी पिता की फिल्म नहीं।
करण ने कहा कि श्रीदेवी को एक फिल्म में निर्देशन करना उनके लिए विपत्ति की बात थी। करण ने कहा- मुझे यकीन नहीं है कि अगर मैं उनके साथ फिल्म करता तो मैं अच्छा निर्देशक होता, क्योंकि मैं बहुत बड़ा फैन होता। मुझे लगता है कि मैंने पूरी निष्पक्षता खो दी होती। इसलिए मुझे खुशी है कि मैंने कभी उन्हें निर्देशित नहीं किया, क्योंकि मैं उन्हें एक असफलता दे सकता था, जिसके वह लायक नहीं थीं।
बता दें, करण जौहर श्रीदेवी को लेकर कलंक बनाना चाहते थे लेकिन उनकी अचानक हुई डेथ की वजह से बाद में ये फिल्म माधुरी ने की और फिल्म बुरी तरह से फ्लॉप हो गई थी।
करण जौहर ने कहा कि श्रीदेवी अपनी फिल्मों से बहुत जुड़ी थीं और अक्सर सुझाव देती थीं। "जब मैंने जब उन्हें फिल्म कलंक सुनाई तो उन्होंने स्क्रिप्ट पढ़ी और अपने नोट्स बनए और मुझे कई सारी बातें बताईं, जो मेरी इच्छा थी कि हम सुनें। करण ने कहा बहुत सारी बातें मैंने मानी और मुझे लगता है उन्हें इसका पर्याप्त क्रेडिट नहीं मिला।
करण जौहर ने श्रीदेवी को बेस्ट कॉमेडी एक्टर भी कहा। करण ने कहा उनके जैसी प्रतिभा दोबारा शायद ही हमें मिले, उनकी कॉमिक टाइमिंग कमाल की थी।