अभिनेत्री कंगना रनौत ने कहा कि हॉलीवुड फिल्मों को हतोत्साहित करने और इसके बजाय विभिन्न भाषाओं की भारतीय फिल्मों को बढ़ावा देने की जरूरत है। दिवंगत जे जयललिता के जीवन पर आधारित अपनी आगामी फिल्म 'थलाइवी' का प्रचार करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में आईं 34 वर्षीय अभिनेत्री ने कहा कि 'आत्मनिर्भर भारत' बनाने के लिए हमारे लोगों और हमारे उद्योग को प्राथमिकता देना महत्वपूर्ण है।
कंगना रनौत ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान संवाददाताओं से कहा, "हमें अमेरिकी और अंग्रेजी फिल्मों को हतोत्साहित करने की जरूरत है, क्योंकि वे हमारी स्क्रीन कब्जा रही हैं। हमें एक राष्ट्र की तरह व्यवहार करने की जरूरत है। हमें उत्तर भारत या दक्षिण भारत में खुद को बंटने से बचने की जरूरत है। हमें पहले अपनी फिल्मों का आनंद लेने की जरूरत है, चाहे वह मलयालम हो, तमिल, तेलुगु या पंजाबी हो।”
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अभिनेत्री ने कहा कि हॉलीवुड ने वैश्विक एकाधिकार बनाकर फ्रेंच, इतालवी, जर्मन और अन्य उद्योगों को नष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमें अपने लोगों और अपने उद्योग को अपनी प्राथमिकता रखनी चाहिए। यह एक आत्मानिर्भर भारत बनाने का तरीका है।
कंगना रनौत की नवीनतम फिल्म, "थलाइवी" तमिल, हिंदी और तेलुगु भाषाओं में एक साथ आई है। इसका निर्देशन एएल विजय और लेखन केवी विजयेंद्र प्रसाद, मदन कार्की और रजत अरोड़ा ने किया है। विष्णु वर्धन इंदुरी और शैलेश आर सिंह द्वारा निर्मित "थलाइवी" में अरविंद स्वामी, नासर और भाग्यश्री भी हैं। फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है।