करियर की शुरुआत रही कुछ खास
कैलाश की किस्मत का तारा तब चमका जब साल 2001 में वह मुंबई गए, मुंबई में कैलाश के कुछ दोस्त ज़रुर थे पर वहां गुज़ारा कर पाना उनके लिए काफी मुश्किल था। इस नये शहर में भी संगीत के प्यार ने ही कैलाश की हिम्मत को बनाए रखा। आखिरकार उनकी हिम्मत और सब्र का फल उन्हें जल्द ही मिल गया। जब म्यूजिक डायरेक्टर राम संपत को अपने एड के जिंगल के लिए एक नई आवाज़ की तालाश थी, और अन्होनें यह मोका कैलाश को दिया। बस फिर तो इसके बाद कैलाश का एड इंडस्ट्री में बोलबाला हो गया और उन्हें एक के बाद एक जिंगल्स गाने को मिलते रहे। (सलमान-अनुष्का की फिल्म ‘सुल्तान’ की ये तस्वीर आपने नहीं देखी होंगी?)