Highlights
- जावेद अख्तर ने बिना नाम लिए साधा कंगना रनौत पर निशाना।
- कंगना ने अपने बयान में बताया था कि साल 1947 में मिलने वाली आजादी अंग्रेजी द्वारा दी जाने वाली 'भीख' थी।
कंगना रनौत की 'भीख' वाली टिप्पणी के कुछ दिनों बाद, जाने माने गीतकार जावेद अख्तर ने अपनी प्रतिक्रिया साझा करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। हालांकि, उन्होंने अपने ट्वीट में अभिनेत्री के नाम का जिक्र नहीं किया, लेकिन यह स्पष्ट था कि वह कंगना के बारे में बात कर रहे थे। उनके ट्वीट से ऐसा लग रहा है कि जावेद ने अभिनेत्री के बयान पर कटाक्ष किया।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, "यह पूरी तरह से समझ में आता है। जिन लोगों का स्वतंत्रता आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं था... अगर कुछ लोग हमारी आजादी को सिर्फ एक "भीख" कह रहे हैं तो उन्हें बुरा क्यों लग रहा है।"
हाल ही में एक टीवी शो में कंगना रनौत ने कहा था कि 1947 में भारत ने जो आजादी हासिल की थी वह 'भीख' थी, जबकि 'असली स्वतंत्रता' 2014 में हासिल की गई थी।
कंगना ने टाइम्स नाउ समिट 2021 में कहा, “अंग्रेजों ने हमें भूखा छोड़ दिया, हमारे पास खाने के लिए भी पैसे नहीं थे। वे जानते थे कि उनके जाने पर खून बहेगा उन्होंने कांग्रेस के नाम पर जो उदार सरकार छोड़ी, वह अंग्रेजों का ही विस्तार थी। उन्हें हिंदू-मुस्लिम राजनीति पर खेलना पसंद है। आज़ादी अगर भीख में मिले तो क्या वो आज़ादी है? हमें 2014 में असली 'आजादी' मिली।”
कंगना रनौत के इस बयान पर काफी बवाल हुआ। राजनीतिक दलों ने अभिनेत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। जबकि उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई, कुछ लोग उनका पुतला जलाने के लिए सड़कों पर उतर आए।
पद्म श्री से सम्मानित किए जाने के ठीक एक दिन बाद अभिनेता ने विवादित बयान दिया।