फिल्मी दुनिया का एक ऐसा सितारा, जिसने हर तरह के रोल किए। कई अवॉर्ड्स जीते और आलोचकों की सराहना जीती। बॉलीवुड के साथ-साथ हॉलीवुड में भी नाम रोशन किया। उन्होंने इंडिया टीवी के शो 'आप की अदालत' में चैनल के एडिट-इन-चीफ रजत शर्मा के कई सवालों के ऐसे जवाब दिए, जो फैंस ताउम्र याद रखेंगे।
इरफान खान से पूछा गया कि वो अपना मकसद पूरा करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं, इस पर एक्टर ने बताया कि मैंने काम करन शुरू किया तो मुझे बहुत बोरियत महसूस हुई और लगा कि मैं कभी पैसों के लिए काम नहीं कर पाऊंगा। मैं अपनी आत्मा को भी शामिल करना चाहता था। इसके बाद मैंने कुछ फिल्में देखी और लगा कि शायद इस क्षेत्र में कुछ कर सकता हूं।
इसके बाद रजत शर्मा ने कहा कि आपके परिवार वाले इससे सहमत नहीं थे तो एक्टर ने कहा कि मैंने अपनी मां को समझाया कि मैं इंडस्ट्री में नाचने-गाने नहीं जाऊंगा। अच्छा काम करूंगा, लेकिन वो कभी मानी नहीं। मेरे अंदर की आवाज थी कि मुझे इसे पूरा करना है।
इरफान खान ने बताया कि वो झूठ बोलकर नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा गए थे। उन्होंने कहा, मैंने अपनी मां को कहा कि मैं एक्टर बनने नहीं जा रही हूं। मैं एक्टिंग सीखने नहीं जा रहा हूं। मैं वहां से सीखकर आऊंगा और जयपुर यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बन जाऊंगा। फिर मैंने एनएसडी वालों से झूठ बोला कि मैंने 10 नाटक किए हैं और सिनेमा से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मैं नाटक करूंगा।'
इरफान खान ने अंग्रेजी भाषा में हाथ तंग होने पर के सवाल पर लाजवाब जवाब दिया। उन्होंने कहा, 'कोई भाषा आपको सभ्य इंसान नहीं बनाती। लैंग्वेज कोई भी बोल सकता है, लेकिन आपके अंदर क्या है, वो जरूरी है।' हॉलीवुड जाने के सवाल पर एक्टर ने कहा, 'उनको मेरा चेहरा बहुत पसंद है। नेम शेक में मुझे बंगाली एक्सेंट में अंग्रेजी बोलने को कहा। लाइफ ऑफ पाई में कहा कि कनाडियन फ्रेंच और इंडियन एक्सेंट बोलो, तो ये मैं कहां से लाता। मुझे पता नहीं था कि ट्रेनर से सीख सकते हैं। 3-4 महीने बर्बाद करने के बाद वो नहीं हो पाया और खालिश इंग्लिश बोलनी पड़ी।
रजत शर्मा ने पूछा कि आप मिथुन चक्रवर्ती को हीरो समझते थे और उनकी नकल करते थे। इस पर एक्टर ने जवाब दिया, 'किसी ने मुझे कह दिया था कि तुम्हारी शक्ल उनसे मिलते थी। उनका बाल बहुत मुलायम थे और नीचे गिरते थे, जबकि मेरे बाल कर्ली और हार्ड थे। इसके बाद हम नाई ढूंढते थे, जो मेरे बालों को सही करके नीचे कर दे।'
इरफान खान ने फिल्मी दुनिया की परंपरा को तोड़ने के सवाल पर कहा कि 'ये एक ऐसा माध्यम है, जिसके जरिए मैं करोड़ों लोगों तक पहुंच सकता हूं। एक्सपीरियंस दे सकता हूं। कुछ ऐसा कर सकता हूं कि लोग 10 साल तक याद रखें।'
बता दें कि इरफान खान ने 29 अप्रैल की सुबह दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके निधन की खबर सुनकर पूरा देश गमगीन है।