जम्मू एवं कश्मीर सरकार ने जाने-माने फिल्म निर्देशक इम्तियाज अली को कार्यशालाओं और संबंधित गतिविधियों के माध्यम से स्थानीय कलाकारों और युवाओं को आवश्यक मंच प्रदान करके स्थानीय कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए आमंत्रित किया। जम्मू एवं कश्मीर में शूटिंग करने का अनुभव रखने वाले बॉलीवुड निर्देशक ने स्थानीय कलाकारों, स्थानीय विषयों, संगीत, कला और स्थानों का उपयोग करके फिल्मों को बनाने में गहरी दिलचस्पी दिखाई है।
पत्रकारों के साथ बातचीत में अली ने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर में कलाकारों के बीच पाए जाने वाली संस्कृति, कला और प्रतिभा का आदर करते हैं। उन्होंने कहा कि यहां संस्कृति की समृद्धि इतनी गहरी है कि इसे पूरी तरह से दिखाने के लिए कई पहल की जाएगी।
संस्कृति एवं पर्यटन सचिव सरमद हफीज और पुरातत्व एवं संग्रहालय के निदेशक मुनीर-उल-इस्लाम भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
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फिल्मकार इम्तियाज अली ने मंगलवार को घोषणा की कि वह जम्मू-कश्मीर के युवाओं के लिए स्थानीय स्तर पर कार्यशालाएं आयोजित करेंगे, ताकि उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल सके। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सकारात्मकता कूट-कूट कर भरी है तथा रचनात्मकता कौशल बेमिसाल है।
अली ने आगे कहा कि वह पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि पुरानी, पारंपरिक लोककथाएं बहुत सारी कहानियों की पेशकश करती हैं, जिन्हें सर्वश्रेष्ठ सिनेमाई प्रस्तुतियों में अनुवाद किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पहले किए गए प्रयास पर्याप्त नहीं हैं, इसलिए अधिक विषयों को सामने लाना मुख्य फोकस होगा।
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बॉलीवुड निर्देशक ने कहा कि युवाओं को अपनी क्षमताओं को दुनिया के सामने बनाने के लिए आगे आना होगा।