नई दिल्ली: अभिनेत्री इलियाना डिक्रूज ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत वर्ष 2006 में शुरु की थी। इसके बाद वह कई बेहतरीन फिल्मों का हिस्सा बन चुकी है। इलियाना ने हिन्दी फिल्मों के अलावा साउथ सिनेमा में अपने अभिनय की कला पेश करती आ रही हैं। इस दौरान उन्होंने अपने करोड़ों फैंस बनाए हैं, जो उनकी एक झलक के दीवाने रहते हैं। हालांकि इलियाना का कहना है कि वह खुद को "तथाकथित मशहूर हस्ती या एक स्टार के रूप में नहीं देखती"। इलियाना ने सितंबर में एक ब्रांड के लिए वीडियो शूट किया था। उन्होंने शरीर के असंतुलन संबंधी विकार के साथ 15 वर्षों तक चले अपने संघर्षों के बारे में बात की।
यह पूछे जाने पर कि एक स्टार के लिए अपने व्यक्तिगत समस्याओं के बारे में बात करना कितना मुश्किल होता है। इलियाना ने बताया, "मैं खुद को तथाकथित मशहूर हस्ती, सेलिब्रिटी या एक स्टार के रूप में नहीं देखतीं। सबसे पहले मैं हर किसी की तरह एक आम इंसान हूं। मेरे लिए यह सिर्फ उन मुद्दों की तरह था जिस पर लोग खुलकर नहीं बोल पाते हैं।" उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर बोलना "अधिक जागरूकता" लाएगा।
उन्होंने कहा, "मेरा नजरिया यह नहीं है कि मैं एक अभिनेत्री हूं और मेरे लिए यह मुश्किल होगा। मैं इसके बारे में यह सोचते हुए बात करना चाहती हूं कि इससे शायद किसी को कुछ मदद मिलेगी।" इलियाना ने कहा, "आप पर जो बीत रही है, उसके बारे में बात करने से जरूर मदद मिलती है। लेकिन अंत में बदलाव आपके अंदर से ही आता है।" उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह एक लंबी प्रक्रिया है। इलियाना ने कहा, "यह आसान नहीं है, लेकिन मेरा मानना है कि अगर आप इससे हमेशा बचने के बजाय इसका सामना करेंगे तो आप इससे बाहर निकल सकते हैं।"
इलियाना ने 2012 में अनुराग बसु की फिल्म 'बर्फी' से बॉलीवुड में कदम रखा था। वह 'फटा पोस्टर निकला हीरो', 'मैं तेरा हीरो' और 'रुस्तम' जैसी फिल्मों में काम कर चुकी हैं। बॉलीवुड के अपने सफर पर इलियाना ने कहा, "मैं समझती हूं कि हर फिल्म से अलग अनुभव मिलता है। मुझे अच्छा लगता है कि हर फिल्म से कुछ सीखने को मिलता है। मुझे यहां 11 साल हो गए हैं और मुझे इस दौरान काफी अच्छा लगा। मैं आने वाले सालों के लिए भी काफी उत्साहित हूं।" लेकिन क्या आपको किसी चीज का पछतावा भी है? यह पूछे जाने पर इलियाना ने कहा, "नहीं! मैं नहीं समझती कि मुझे कोई पछतावा है, मैं आज जहां हूं, वहां होती ही नहीं। जो आप गलतियां करते हैं, वह यह निर्धारित करता है कि आप कैसे व्यक्ति हैं। मैंने जो भी किया, उससे खुश हूं।"