नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेत्री हुमा कुरैशी ने अब तक के अपने फिल्मी करियर में हर तरह के किरदार को बखूबी पर्दे पर उतारा है। हुमा का उन अदाकाराओं में शुमार किया जा सकता है, जिन्होंने इंडस्ट्री में कड़ी मेहनत करने के बाद सफलता हासिल की है। हुमा का कहना है कि बॉलीवुड में अपनी जगह बनाना काफी मुश्किल है। हुमा ने कहा, "मैं पूरी तैयारी के साथ आई थी, लेकिन बॉलीवुड में अपनी जगह बनाना काफी कठिन है। इसके लिए जबर्दस्त तैयारी जरूरी है।"
बड़े पर्दे पर अपनी अदाकारी से सभी का दिल जीतने वालीं हुमी कई लघु फिल्मों में भी अभिनय करती हुई दिखाई दे चुकी हैं। लेकिन उन्हें सफलता अनुराग कश्यप की फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर-पार्ट 2' से मिली, और इसी के बाद से हुमा चर्चा में आ गईं। इसके अलावा हुमा ने 'एक थी डायन', 'लव शव ते चिकन खुराना', 'बदलापुर' और 'जॉली एलएलबी 2' जैसी कई हिट फिल्में दी हैं, लेकिन उनकी फिल्मों 'डेढ़ इश्किया' और 'डी-डे' को सफलता हासिल नहीं हुई।
हुमा का कहना है कि वह अपने काम पर पूरा ध्यान देती हैं और 'अपनी योग्यता के अनुरूप सर्वश्रेष्ठ' देने का प्रयास करती हैं। अपने करियर को लेकर हुमा ने कहा कि वह 'परिस्थिति के अनुसार अपने फैसले लेती हैं।' ‘जब हैरी मेट सेजल’ के मिनी ट्रेलर में शाहरुख ने खुद को बताया चीप