अभिनेता चंकी पांडे का कहना है कि 80 के दशक में जब वह बॉलीवुड में आए थे, उस वक्त हीरो पर्दे पर बस सही काम कर रहे होते थे। चंकी जल्द ही वेब सीरीज 'अभय 2' में एक नकारात्मक भूमिका को चित्रित करते नजर आएंगे। आज के जमाने में हीरो पर्दे पर नेगेटिव किरदार को निभाने से नहीं हिचकिचाते हैं और इसे अभिनेता एक बहुत बड़े बदलाव के तौर पर देखते हैं।
चंकी ने आईएएनएस को बताया, "80 के दशक के अंत और 90 के दशक की शुरुआत में जब मैं फिल्म इंडस्ट्री में आया तब हीरो का काम सिर्फ सही चीजों को करना था। हीरो किसी नेगेटिव किरदार को निभाने का सपना तक नहीं देखते थे, लेकिन फिर 'डर' और 'बाजीगर' जैसी फिल्मों में शाहरुख खान ने ऐसे ही किरदारों को निभाने का प्रयास किया और फिर धीरे-धीरे मैंने देखा कि अक्षय (कुमार) भी ऐसा कर रहे हैं, आमिर (खान) भी ऐसा करने लगे हैं। रणवीर (सिंह) ने तो 'पद्मावत' में ऐसा काफी बेहतरी के साथ किया है।"
तीस साल से इस इंडस्ट्री में रहे अभिनेता चंकी पांडे का कहना है कि उनमें यह बदलाव साल 2000 में आया जब उन्हें इस बात का एहसास हुआ कि अब वह हीरो का किरदार और नहीं निभाएंगे।
अभिनेता ने कहा, "मैंने यह रूपांतर 2000 में किया, जब मैं बांग्लादेश से वापस आया था। मुझे एहसास हुआ कि अब मैं नायक की भूमिका और नहीं निभाऊंगा, भले ही एक दो फिल्मों को छोड़कर मैंने मुख्य नायक की भूमिका कभी नहीं निभाई थी।"
सीरीज 'अभय 2' के आठ एपिसोड्स होंगे। इसमें कुणाल खेमू इंवेस्टिगेटिव अफसर के रूप में दोबारा अपनी वापसी करेंगे जो अपराध को सुलझाने के लिए उसे अपराधी के दिमाग से सोचते हैं। केन घोष द्वारा निर्देशित इस शो को 14 अगस्त से जी5 पर प्रसारित किया जाएगा।
(इनपुट-आईएएनएस)