तमिल फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार विजय आज अपना 45 वां बर्थडे मना रहे हैं। विजय का पूरा नाम विजय जोसेफ चंद्रशेखर है। विजय तब चर्चा में आए, जब उनकी फिल्म 'मेर्सल' के एक सीन में 'जीएसटी' से जुड़े डायलॉग को लेकर विवाद उठ गया था। सिर्फ इतना ही नहीं विजय एक्टर होने के साथ तमिल इंडस्ट्री के जाने माने प्लेबैक सिंगर भी है। विजय तमिल सिनेमा के हाई पेड एक्टर भी है। और मीडिया और फैन उन्हें प्यार से Thalapathy के नाम से भी बुलाते हैं।
विजय हैं नई पीढ़ी के उस्ताद
विजय को 1994 में आई फिल्म 'रासिगन' में क्रेडिट 'इलैयाथलपथी' (नई पीढ़ी के उस्ताद) के नाम से दिया गया था। 2010 में दिए एक इंटरव्यू में विजय ने खुद स्वीकार किया था कि वे रजनीकांत के बहुत बड़े फैन हैं और जिस समय उन्होंने कॉलीवुड में एंट्री की वह वक्त रजनीकांत की 'थलपथी' की रिलीज का था।
विजय खुद बताते हैं, "इसके बाद किसी ने हम दोनों के बीच एक कनेक्शन खोजा और मुझे 'इलैयाथलपथी' कहा। जिसके बाद ये नाम ट्रेंड में आ गया।" इसके बाद अपने पिता की ही फिल्म 'विष्णु' में विजय आये, जो बड़ी हिट रही। फिर उनके करियर में आई विक्रमन की फिल्म 'पूवी उनकागा'। जिसके बाद विजय ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
इसके बाद विजय ज्यादातर रोमांस और फैमिली ड्रामा फिल्में करने लगे। जोसेफ विजय के करियर को आसानी से तीन भागों में बांटा जा सकता है: लवर विजय, फाइटर विजय और स्टार विजय।
विजय का करियर विजय के पसंदीदा हीरो की तरह ही है। रजनीकांत की भी 'विलेन-हीरो-सुपरस्टार' की जर्नी कमोबेश ऐसी ही रही है। दोनों की ही राजनीति से भी झड़प होती रही है। रजनी की तरह ही कई बार विजय के बारे में भी लोगों ने कहा है कि उनके करियर में अब ढ़लान आने वाला है। पर दोनों ने ही आलोचकों को गलत साबित किया है।
उनकी नई फिल्म 'सरकार' का पोस्टर रिलीज होते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके डायरेक्टर ए आर मुरुगादौस हैं। फिल्म का नाम पहले 'थलपथी 62' था। क्योंकि यह विजय की 62वीं फिल्म है। हालांकि कुछ लोगों ने पोस्टर में सिगरेट पीने के चलते उनकी आलोचना भी की है।
राजनीति में उतरने वाले हैं विजय?
विजय ने जो सफलता हासिल कर ली है खुद उनके पिता SAC ने भी अपना खत लिखते हुये नहीं सोचा होगा कि विजय इतनी दूर निकल आयेंगे। वैसे 'इलैयाथलपथी' से 'थलपथी' तक का सफर तय करने में विजय को 26 साल लगे। अब रजनीकांत की तरह ही उनके पॉलिटिक्स में जाने के कयास भी लगने लगे हैं।
वैसे एक बार तो विजय के पिता SAC ने विजय को एमके करुणानिधि के बेटे स्टालिन के उत्तराधिकारी के रूप में DMK ज्वाइन करने की बात भी कही थी। (दरअसल लोग तमिलनाडु की पॉलिटिक्स में आमतौर पर स्टालिन को ही 'थलपथी' कहते हैं।) विजय पॉलिटिक्स में जायें या नहीं ये तो उनकी मर्जी है। बहरहाल अभी हमारी तरफ से उन्हें जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं।