बॉलीवुड के सबसे भरोसेमंद सितारों में से एक, रणबीर कपूर मंगलवार को अपना 39वां जन्मदिन मना रहे हैं। रणबीर एक ऐसा नाम हैं जिन्होंने अपनी शानदार स्क्रीन अपीरिएंस, शानदार प्रदर्शन और फ्लोलेस एक्टिंग के कारण दर्शकों को बार-बार अपने काम से जोड़ा है। 14 साल से अधिक वक्त के करियर में, भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के 'ग्रेटेस्ट शोमैन' राज कपूर के पोते और दिवंगत ऋषि कपूर के बेटे रणबीर ने अपने अलग अलग कैरेक्टर के साथ एक अभिनेता के रूप में अपनी जगह बनाई है।
उन्होंने 2007 में संजय लीला भंसाली की 'सांवरिया' से बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की और तब से उन्होंने अपने फैंस को परफॉर्मेंस की एक शानदार डोड दी।
लवर बॉय से लेकर प्यार में टूटे हुए आदमी तक, सपनों का पीछा करने वाले से लेकर समाज के बोझ तले दबने तक, रणबीर ने अपने सभी किरदारों को बेहतरीन तरीके से निभाया है। रणबीर कपूर के जन्मदिन पर उनकी कुछ लोकप्रिय फिल्मों पर एक नज़र डालते हैं जो उनकी प्रतिभा की गवाही देती हैं।
'वेक अप सिड' (2009)
अपने आप में एक अलग फिल्म वेक अप सिंड में रणबीर को अमीर बाप के बिगड़ैल लड़के की भूमिका में दिखाया गया, जो खुद को स्थापित करने के लिए अपनी जिंदगी की जद्दोजहद से लड़ता है। यह फिल्म सचमुच उन्हें "जागने" और अपनी जिंदगी पर नियंत्रण कैसे रखना है इस बारे में है। इसने अपने जरूरी प्लॉट और प्रभावी प्रस्तुति के साथ एक ठोस प्रभाव डाला।
कोंकणा सेनशर्मा फिल्म में सपोर्टिंग कास्ट के तौर पर नजर आईं थीं। अयान मुखर्जी के निर्देशन में बनी पहली फिल्म 'वेक अप सिड' ने रणबीर और कोंकणा की शानदार केमिस्ट्री की बदौलत कई दिल जीते। फिल्म समीक्षकों से अच्छी समीक्षा प्राप्त करते हुए बॉक्स ऑफिस पर स्लीपर हिट के रूप में उभरी।
'रॉकेट सिंह: सेल्समैन ऑफ द ईयर' (2009)
हालांकि, इस कॉमेडी-ड्रामा ने कमर्शियली बेहतर कमा नहीं पाई, लेकिन इसने निश्चित रूप से एक अभिनेता के रूप में रणबीर की बहुमुखी प्रतिभा को स्थापित किया। हरप्रीत सिंह बेदी के रूप में रणबीर उत्कृष्ट थे क्योंकि उन्होंने एक सेल्समैन का किरदार निभाया था, जो एक बड़े कंप्यूटर असेंबली और सर्विस कंपनी को चलाता है।
जयदीप साहनी की तरफ से लिखी और शिमित अमित की तरफ से डायरेक्ट की गई यह फिल्म, यह रणबीर के सबसे यादगार प्रदर्शनों में से एक बनी है और उनके शानदार अभिनय के लिए उनकी प्रशंसा हुई।
'राजनीति' (2010)
रणबीर ने 'राजनीति' के जरिए एक पॉलीटितस ड्रामा में काम कर अपने करियर एक शातिक किरदार को निभाया। इस फिल्म में कुछ अद्भुत कलाकारों की भले ही मौजूदगी थी लेकिन रणबीर अपने संयमित प्रदर्शन से सबको खुश करने में कामयाब रहे। उनका यह किरदार उनके द्वारा पहले निभाए गए रोमांटिक लवर बॉय के किरदारों से बहुत अलग था।
उन्होंने फिल्म में एक युवा राजनेता की भूमिका निभाई, जो शुरू में विदेश में पढ़ रहा है और उसकी कोई राजनीतिक आकांक्षा नहीं है, लेकिन अंततः परिवारों के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते उसे इस फील्ड में आना पड़ा। इस तरह का किरदार निभाना कोई आसान काम नहीं है, लेकिन अभिनेता भूमिका में छिपे कुछ रंगों को सामने लाने में सफल रहे।
यह रणबीर के लिए पहली गंभीर फिल्म मानी जा सकती है और उन्होंने निश्चित रूप से सभी को अपनी ओर आकर्षित किया। मल्टी-स्टारर का निर्देशन प्रकाश झा ने किया था और इसमें अजय देवगन, कैटरीना कैफ और अर्जुन रामपाल ने भी अभिनय किया था।
'रॉकस्टार' (2011)
इस फिल्म से रणबीर और इम्तियाज अली पहली बार एक साथ नजर आए । रणबीर ने जॉर्डन के जटिल चरित्र में जान फूंक दी, जो एक महत्वाकांक्षी रॉकस्टार बनना चाहता था। जब वह प्यार में पड़ जाता है और दिल टूटने का अनुभव करता है जो वह दर्द अपने गानों के जरिए बयान करता है। उन्होंने भावनाओं के विभिन्न रंगों को चित्रित किया और फिल्म में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कई पुरस्कार प्राप्त करने वाले एक वास्तविक रॉकस्टार की तरह प्रदर्शन किया। इस फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू करने वाली नरगिस फाकरी भी थे।
'बर्फी!' (2012)
यह फिल्म रणबीर की सबसे प्रशंसित और पसंदीदा भूमिकाओं में से एक है! दार्जिलिंग में उन्होंने प्रियंका चोपड़ा और इलियाना डिक्रूज के साथ एक मूक-बधिर लड़के का किरदार निभाया था। अनुराग बसु के निर्देशन में रवि वर्मन द्वारा भव्य रूप से शूट की गई, यह फिल्म अभिनेता की शानदार एक्टिंग की वजह से चमकती नजर आई।
अपने करियर में सबसे चुनौतीपूर्ण भूमिका निभाते हुए, रणबीर ने खुद को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में आगे बढ़ाया, जो अपनी अक्षमताओं से सीमित होने से इनकार करता है और दर्शकों को भावनात्मक आनंद की सवारी पर ले जाता है।
'तमाशा' (2015)
इस फिल्म के लिए इम्तियाज और रणबीर ने एक बार फिर साथ काम किया और फिल्म में दीपिका पादुकोण भी थीं। इसमें रणबीर का किरदार कई लोगों के लिए मददगार साबित हुआ, जो खुद को अपनी जिंदगी मे खोजने की कोशिश कर रहा था।
'संजू' (2018)
कुछ साल के अंतराल के बाद, रणबीर कपूर ने 2018 में राज कुमार हिरानी की 'संजू' में अपनी शानदार प्रदर्शन के साथ वापसी की, यह फिल्म अभिनेता संजय दत्त के जीवन पर आधारित थी। यह रणबीर की पहली बायोपिक थी और हालांकि यह उनके लिए एक और चुनौतीपूर्ण भूमिका थी, लेकिन उनके आकर्षक प्रदर्शन ने बॉक्स-ऑफिस रिकॉर्ड तोड़ दिया। यह दत्त के जीवन के कठिन अध्यायों के इर्द-गिर्द घूमती है और अपनी प्रभावी प्रस्तुति के साथ सही नोटों को हिट करती है। दत्त के तौर-तरीकों से लेकर उनकी भूमिका के अनुरूप शारीरिक रूप से बदलने तक, रणबीर ने संजय दत्त की शानदार भूमिका निभाने का काम किया। 'संजू' को अद्भुत प्रतिक्रिया मिली और रणबीर को फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला।
खूब पसंद किए जाते हैं रणबीर कपूर की फिल्मों के गानेइनके अलावा, 'ऐ दिल है मुश्किल' और 'ये जवानी है दीवानी' जैसी फिल्मों की यहां विशेष उल्लेख की आवश्यकता है। उनकी फिल्मों के गाने के म्यूजिकल ट्रैक जो आज भी सुने जाते हैं। 'ऐ दिल है मुश्किल' में एक एकतरफा प्रेमी की कहानी थी, इसमें 'बुलेया', 'चन्ना मेरेया', 'द ब्रेकअप सॉन्ग' और इसके टाइटल ट्रैक के साथ-साथ 'ये जवानी है दीवानी' जैसे गाने लोगों की खास पसंद हैं।