आज भी करती हैं स्टेज शो
वह भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी और ओडिसी में उन्होंने विधिवत प्रशिक्षण लिया है और देश-विदेश में कई स्टेज शो पेश किए हैं। फिल्मफेअर अवॉर्डस की सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री श्रेणी में हेमा मालिनी का नाम 11 बार नामांकित हुआ है, लेकिन उन्हें केवल एक बार सीता और गीता के लिए ही यह पुरस्कार मिला है।
हेमा की सुंदरता है ये है राज
हेमा अपनी सुंदरता बनाए रखने के लिए प्रतिदिन योग तथा व्यायाम करती हैं। सप्ताह में दो बार उपवास उनकी नियमित जिंदगी का अंग है। इनमें एक दिन शुक्रवार होता है। हेमा को कांजीवरम साड़ियां, चमेली के गजरे और ढेर सारी ज्वेलरी भी पसंद हैं।
अमिताभ ने उनकी सुंदरता को लेकर हेमा से कही थी ये बात
फिल्म 'बागबान' में उनकी ताजगी देखकर अमिताभ बच्चन ने कहा, "आज भी आप अपनी बेटियों से अधिक जवान लगती हैं।"
वर्ष 1990 में हेमा मालिनी ने छोटे पर्दे की ओर भी रुख किया और धारावाहिक नुपूर का निर्देशन भी किया। इसके बाद वर्ष 1992 में फिल्म अभिनेता शाहरुख खान को लेकर उन्होंने फिल्म (दिल आशना है) का निर्माण और निर्देशन किया। वर्ष 1995 में उन्होंने छोटे पर्दे के लिए 'मोहिनी' का निर्माण और निर्देशन किया।
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