नई दिल्ली: बॉलीवुड की आने वाली फिल्म 'गली बॉय' का गाना 'अपना टाइम आएगा' फिल्म के रिलीज होने से पहले ही लोगों की ज़ुबान पर है। ऐसे में स्ट्रीट रैपरों या ऐसे लोग जो अभी भी इस फील्ड में नाम कमाने के लिए संघर्षरत हैं, उन्हें बड़ी ही बेसब्री से इस फिल्म के हिट होने का इंतजार है, ताकि इससे उनके 'असली हिप-हॉप' वाले टैलेंट को पहचान मिल सके और आगे चलकर वे भी कुछ कर सकें। रणवीर सिंह और आलिया भट्ट अभिनीत इस फिल्म की कहानी के बारे में ऐसा बताया जा रहा है कि यह स्ट्रीट रैपर डिवाइन और नावेद शेख उर्फ नैजी की जिंदगी से प्रेरित है। आपको बता दें कि डिवाइन और नैजी 'मेरी गली में' गीत गाने के लिए काफी मशहूर हैं और सुर्खियां बटोर चुके हैं।
डिवाइन और नैजी की ही तरह कई अन्य रैपर, जैसे स्लो चीता, एमीवे बानटाई और कृष्णा भी फिल्म को लेकर काफी उत्साहित हैं, क्योंकि यह फिल्म संगीत की उस शैली पर बनाई गई है जो काफी विवादास्पद रही है, जिन्हें अब तक लोग गलत समझते आ रहे हैं। गाना या कविता के माध्यम से विरोध प्रकट करने का एक तरीका है- रैप और ऐसा मूलत: अमेरिकी-अफ्रीकी कलाकारों द्वारा किया गया। रैप के माध्यम से बिना हिंसात्मक रवैये के ये लोग जातिवाद, रंगभेद इस तरह के भेदभावों के लिए लड़ते थे। रैप के माध्यम से समाज से इस तरह के भेदभाव को दूर क रना इनका मकसद था।
इस फिल्म को लेकर डिवाइन का कहना है कि इससे लोगों को इसके बारे में काफी कुछ जानने को मिलेगा। रैपर कृष्णा का भी कुछ ऐसा ही मानना है।
मैकहेम के नाम से मशहूर हेमंत धयानी का कहना है कि 'गली बॉय' लोगों के मन से इस सोच को मिटाने में मदद करेगा कि रैपर कोई भी बन सकता है, क्योंकि इसमें कुछ ऐसे शब्द भर दिए जाते हैं और इसे लोग समझ नहीं पाते हैं, जबकि असलियत यह है कि एक बेहतर रैपर बनने के लिए कड़ी मेहनत करने की जरूरत होती है।
रैपरों की जिंदगी पर बनी इस फिल्म के आने का इंतजार न केवल रैपरों को है, बल्कि बाकी लोग भी फिल्म के आने का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि इससे पहले बॉलीवुड में इस तरह की कोई फिल्म नहीं बनी है। ऐसे में देखने वाली बात यह है कि यह वाकई में दर्शकों को कितनी पसंद आती है।