मुंबई: बॉलीवुड अभिनेता गोविंदा ने आज कहा कि वह अदालत के आदेश का सम्मान करते हैं लेकिन वह शिकायतकर्ता के बर्ताव को सामान्य नहीं मानते हैं और मामले में उसके वित्तपोषण पर उन्हें संदेह है।
उच्चतम न्यायालय ने गोविंदा को कल सलाह दी थी कि वह शिकायतकर्ता संतोष राय से माफी मांगें। राय ने एक शिकायत दर्ज कराकर अभिनेता पर आरोप लगाया था कि सात साल पहले उन्होंने उन्हें थप्पड़ मारा और डराया-धमकाया।
51 वर्षीय मुंबई के पूर्व सांसद ने कहा कि वह मामले में कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं क्योंकि यह एक तकनीकी मुद्दा है और फैसले की प्रति मिलने के बाद ही माफी मांगने पर फैसला करेंगे।
अभिनेता ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं उच्चतम न्यायालय के फैसले का सम्मान करता हूं, जो सर्वोच्च आदेश है। मुझे अब तक अदालत का पत्र नहीं मिला है। इसलिए, मैं उसपर टिप्पणी नहीं कर सकता हूं। यह एक तकनीकी मुद्दा है और मैं इसपर टिप्पणी करने से बचूंगा जब तक कि पत्र नहीं मिल जाता। एकबार पत्र मिल जाने पर मैं आपको जानकारी दूंगा कि मैं इस बारे में कैसा महसूस करता हूं।’
यह वाकया तब हुआ था जब शिकायतकर्ता 16 जनवरी 2008 को यहां अभिनेता के फिल्म सेट पर गया था। गोविंदा ने दावा किया है कि प्रशंसक ने अवैध तरीके से वहां प्रवेश किया।