नई दिल्ली: बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता फिरोज खान का जन्म 25 सितंबर 1939 को बेंगलुरु में हुआ था। उनके पिता पठानी और मां ईरानी थीं। फिरोज खान ने अपनी शुरुआती पढ़ाई बेंगलुरु से ही की थी। वे 5 भाई थे, जिनमें से 3 फिल्म इंडस्ट्री के साथ ही जुड़े हुए थे। अपनी पढ़ाई खत्म करने के बाद उन्होंने मुंबई की ओर रुख कर लिया। फिरोज खान ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत वर्ष 1960 में आई फिल्म 'दीदी' से की थी। फिरोज खान अपनी फिल्मों से ज्यादा अपनी निजी जिंदगी को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। आज फिरोज खान के जन्मदिन के मौके पर हम उनसे जुड़ी कुछ खास बातों पर नजर डालने जा रहे हैं। फिरोज खान ने अपना फिल्मी करियर शुरु होने के 5 साल बाद ही 1965 में सुंदरी से शादी कर ली। लेकिन इसके बाद उनकी मुलाकात एक एयर होस्टेस ज्योतिका धनराजगिर से हुआ। ज्योतिका को देखते ही फिरोज खान उन पर फिदा हो गए, वहीं ज्योतिका भी उन्हें दिल दे बैठीं।
हालांकि इस अफेयर के बारे में जब उनकी पत्नी सुंदरी को पता चला, तो वह बिल्कुल टूट गईं। इसके बाद उन्होंने फिरोज से अलग रहने का फैसला कर लिया। सुंदरी के अलग हो जाने के बाद फिरोज खान अब ज्योतिका के साथ लिव-इन-रिलेशनशिप में आ गए थे। ये दोनों 10 साल तक साथ रहे। खबरों के मुताबिक इस दौरान ज्योतिका उन्हें हमेशा शादी के लिए कहा करती थीं, लेकिन फिरोज खान हर बार इसे टाल देते थे। इस बीच ज्योतिका को लगने लगा था कि वह उनसे कभी शादी नहीं करेंगे। लेकिन उनको सबसे बड़ा झटका तो तब लगा जब फिरोज ने अपने एक इंटरव्यू में कहा कि वह ज्योतिका को नहीं जानते। ज्योतिका को जब इस बारे में पता चला को वह फिरोज के साथ अपने सभी रिश्ते खत्म कर लंदन चली गईं। ('पद्मावती' दीपिका के बाद अब सामने आया महारावल रतन सिंह शाहिद कपूर का शाही अंदाज)
ज्योतिका ने अलग होने के बाद फिरोज वापस अपनी पत्नी सुंदरी और बच्चों के पास चले गए। लेकिन इसके बाद वह दोबारा अपने परिवार के साथ पहले की तरह नहीं घुल-मिल पाए और वह एक बार फिर उनसे अलग होने के लिए मजबूर हो गए। गौरतलब है कि फिरोज की मुलाकात सुंदरी से अपने करियर के शुरुआती दौर में ही हुई थी। दोनों दोस्त बने और धीरे-धीरे नजदीकियां बढ़ने लगीं। इसके बाद दोनों ने 5 साल एक दूसरे को डेट करने के बाद आखिरकार शादी के बंधन में बंधने का फैसला कर लिया। बता दें कि इनके दो बच्चे बेटी लैला और बेटा फरदीन खान है। फिरोज और सुंदरी को जब शादी के 20 साल के बाद भी सब कुछ ठीक होता नहीं दिखा तो उन्होंने एक दूसरे से तलाक लेने का फैसला कर लिया। फिरोज खान 'रिपोर्टर राजू', 'आरजू', 'आदमी और इंसान', 'खोटे सिक्के' और 'ऊंचे लोग' जैसी कई फिल्में दी हैं। वह 27 अप्रैल 2009 को कैंसर की वजह से इस दुनिया को अलविदा कह गए।