एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री यानी कि वह दुनिया जो हमें कुछ पल के लिए ही सही मगर दुखों से दूर करती है, हमारा मनोरंजन करती है और हमें खुशी देती है। मगर साल 2020 में जैसे बॉलीवुड की खुशी को ही ग्रहण लग गया हो, लगातार दिल दहला देने वाली खबरें सामने आ रही हैं। ऐसे में पिछले हफ्ते जब संजय दत्त का एक ट्वीट सामने आया कि वो मेडिकल ट्रीटमेंट की वजह से अपने काम से कुछ वक्त के लिए ब्रेक ले रहे हैं, तो लोगों के मन में कई सवाल खड़े होने लगे। फिर सामने आया कि एक्टर संजय दत्त को फेफड़ों का कैंसर है, और काफी एडवांस लेवल तक ये कैंसर पहुंच चुका है। इसके बाद संजय दत्त की पत्नी मान्यता दत्त ने एक प्रेस नोट जारी किया, जिसका सार था की संजू जल्द इस मुश्किल से बाहर निकल आएंगे।
खबर संजय दत्त के लिए बुरी थी मगर वह फाइटर हैं, और अपनी जिंदगी मे जितने उतार-चढ़ाव उन्होंने देखे हैं ऐसे लगता है कि उनके लिए एक नई परीक्षा है। डॉक्टर जलील पारकर से उनकी सेहत के बारे में जब इंडिया टीवी ने बात की तो उन्होंने कहा- "पहली बार अपनी बीमारी के बारे में सुनकर और उस सत्य को स्वीकार करने और मानसिक तौर पर तैयार होने में उन्हें थोड़ा वक्त लगा, मगर जब अगली बार हम उनसे मिले तो संजू काफी पॉजिटिव नजर आए।'' उन्होंने यह भी बताया कि वह ट्रीटमेंट के बाद जल्द शूट पर लौटना चाहते हैं और फिल्में पूरी करना चाहते हैं। डॉक्टर पारकर ने हमें यह भी कि संजय दत्त अपना इलाज मुंबई में ही करवाएंगे।
गौरतलब है कि अभी तक संजय दत्त ने इलाज करवाना नहीं शुरू किया है। वो ट्रीटमेंट से पहले एक दो दिन वो देश के बाहर भी कुछ अस्पतालों में रिपोर्ट दिखाना चाहते हैं और उसके बाद वो इलाज शुरू करवाएंगे।
संजय दत्त शनिवार को अपनी बहन प्रिया दत्त के साथ कोकिलाबेन अस्पताल गए थे, खबर है कि वहां अपनी रिपोर्ट्स को लेकर उन्होंने अम्बानीज़ के साथ डिसकस भी किया था। फिर रविवार सुबह एक बार फिर संजय दत्त बहन प्रिया के साथ लीलावती अस्पताल पहुंचे जहां उन्हें दिन भर रहना पड़ा। शाम को कुछ प्रोसेस के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।
फिलहाल संजय दत्त रिपोर्ट्स को लेकर विदेशों के कई बड़े अस्पतालों में कंसल्ट कर रहे हैं जिसमें न्यूयॉर्क का मेमोरियल स्लोन कैटरिंग भी शामिल है। जल्द ही संजय दत्त का ट्रीटमेंट मुंबई में शुरू हो जाएगा। परिवार के साथ साथ पूरे देश और दुनिया में रहने वाले संजू के लिए दुआ मांग रहे हैं । जीवन की ये महत्वपूर्ण परीक्षा का भी वो हौसले के साथ सामना करें... यही लोगों की दुआ है। 'कर हर मैदान फतेह'...।