मुंबई: केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के पूर्व अध्यक्ष पहलाज निहलानी को हाल ही में उनके पद से हटा दिया गया। दरअसल लगभग हर फिल्म पर कैंची चलाने के कारण वह अक्सर विवादों में फंसे रहते थे। इसी के चलते उन्हें बोर्ड अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। विवादित फैसलों के कारण उन्हें 'संस्कारी' सेंसर बोर्ड प्रमुख का तमगा तक मिल गया था, लेकिन विडंबना यह है कि अब वह बोल्ड व वयस्क फिल्म 'जूली-2' के वितरक हैं। फिल्म का सोमवार को ट्रेलर जारी हुआ। गौरतलब है कि सीबीएफसी प्रमुख के रूप में निहलानी ने फिल्म 'हैरी मेट सेजल' के मिनी ट्रेलर के शब्द 'इंटरकोर्स' पर आपत्ति जताई थी और किसिंग सीन हटाने तक की मांग कर डाली थी, लेकिन अब वह 'जूली-2' जैसी फिल्म लेकर आए हैं, जिसमें जबरदस्त अंग प्रदर्शन है।
इस बारे में याद दिलाए जाने पर 'संस्कारी' छवि के निहलानी ने मीडिया से कहा, "वह यू/ए (अप्रतिबंधित सार्वजनिक प्रदर्शन, 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अभिभावकीय मार्गदर्शन के अधीन) था। यह वयस्क फिल्म है।" उन्होंने कहा, "मैं अब सीबीएफसी प्रमुख नहीं हूं, इसलिए मुझसे सीबीएफसी के बारे में कोई सवाल नहीं करें।" विजय नायर निर्मित इस फिल्म की कहानी का लेखन और निर्देशन दीपक शिवदासानी ने किया है। 'जूली-2' में अभिनेत्री राय लक्ष्मी मुख्य किरदार में हैं। यह फिल्म 2004 में आई शिवदासानी की फिल्म 'जूली' का सीक्वल है।
निहलानी ने कहा, "यह एक वयस्क फिल्म है, सीबीएफसी जो भी फैसला देगी, हम उसे स्वीकार करेंगे।" उन्होंने कहा कि उनका व्यवसाय बस फिल्में ही हैं, इसलिए सीबीएफसी प्रमुख के तौर पर उन्हें जो जिम्मेदारी दी गई, उसे उन्होंने पूरी ईमानदारी से निभाया और अब वह फिल्म के वितरक हैं। यह एक बोल्ड और खूबसूरत फिल्म है। निहलानी ने कहा कि वह फिल्म का विपणन और वितरण कर रहे हैं, जो उनका मूल व्यवसाय है। पिछले महीने निहलानी को हटाकर उनकी जगह प्रसून जोशी को सीबीएफसी प्रमुख बनाया गया था। ('बियॉन्ड दी क्लाउड्स' के बाद माजिद मजीदी ने की भारत से जुड़ी दूसरी फिल्म की घोषणा)