मुंबई: प्रकाश झा की फिल्म ‘लिपस्टिक अंडर माय बुर्का’ रिलीज से पहले ही विवादों में घिर गई थी। सेंसर बोर्ड से लंबी लड़ाई लड़ने के बाद यह फिल्म रिलीज की गई। फिल्म महज 400 स्क्रीन पर रिलीज हुई थी लेकिन फिल्म ने रिलीज के पहले दिन ही 1 करोड़ 22 लाख का कारोबार कर लिया। फिल्म की प्रस्तोता एकता कपूर का कहना है कि फिल्म की सफलता सिनेमा की जीत है। यह पूछे जाने पर कि फिल्म की सफलता क्या सेंसर बोर्ड और समाज के खिलाफ एक जीत है?
BLOG: इस वजह से मुझे नहीं पसंद आई 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का'
एकता ने बुधवार को कहा, "मैं फिल्मों में कुछ वर्ष पहले आई, इससे पहले मैं टीवी में थी। मेरा व्यक्तिगत तौर पर मानना है कि सभी आपको बता सकते हैं कि फिल्म कैसी थी। लेकिन अच्छी फिल्में दर्शकों तक अपने आप पहुंचती हैं। मुझे लगता है कि यह सिनेमा की बड़ी जीत है।"
फिल्म ने अपने पहले दिन 1.22 करोड़ रुपये की कमाई की। वहीं फिल्म के संघर्ष के बारे में उन्होंने कहा, "दो संघर्ष एक साथ थे। एक सेंसर बोर्ड और दूसरा फिल्म की रिलीज। उद्योग में लोग कह रहे थे कि यह फिल्म अपनी रिलीज के पहले दिन 20 लाख रुपये से अधिक नहीं कमा सकेगी और फिल्म ज्यादा समय तक सिनेमाघरों में नहीं टिकेगी।"
फिल्म समीक्षा: बुर्के में लिपस्टिक छिप सकती है ख्वाहिशें नहीं
उन्होंने कहा, "अलंकृता श्रीवास्तव (निदेशक) ने बहुत ही मनोरंजक तरीके से इस तरह के एक संवेदनशील विषय को प्रस्तुत किया है, जिसका लोगों ने समझने के साथ-साथ आनंद भी लिया है।"
फिल्म 21 जुलाई को रिलीज हुई थी। फिल्म में रत्ना पाठक, कोंकणा सेन, प्लाबिता बोरठाकुर और अहाना कुमरा लीड रोल में नजर आई थीं।
(इनपुट- आईएनएस)