नई दिल्ली: मेगास्टर अमिताभ बच्चन और उनके परिवार ने प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी को पनामा पेपर्स मामले में भेजे गिए नोटिस का जवाब दे दिया है। केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने कहा है कि वो पनामा पेपर्स मामले में जल्द ही अमिताभ बच्चन और उनकी बहू ऐश्वर्या राय को समन भेज सकता है।
मनी लांड्रिंग विरोधी एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि कुछ समय पहले बच्चन परिवार को नोटिस जारी किया गया था। उनसे आरबीआई के एलआरएस यानी लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम के तहत अपने विदेशी रेमिटेंस के बारे में बताने के लिए कहा गया था।
अधिकारियों ने बताया कि ईडी को विदेशी विनिमय प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत भेजे गए नोटिस का जवाब मिल गया है। जांच के तहत शीघ्र ही समन भेजा जा सकता है। पनामा पेपर्स मामले में अमिताभ बच्चन और ऐश्वर्या राय का नाम आया था। आयकर विभाग भी इसकी जांच कर रहा है।
क्या है पनामा पेपर्स?
पनामा पेपर्स एक दस्तावेज है, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय रूप से किए गए भ्रष्टाचार का उल्लेख है। यह दस्तावेज पनामा (उत्तरी और दक्षिणी अमरीका को जोड़ने वाले देश) की एक कानूनी कंपनी ‘मोसेक फोंसेका’ के सर्वर साल 2013 में हैक करके निकाला गया था। मोसेक फोंसेका ने कई देशों के लोगों को गैर कानूनी रूप से टैक्स बचाने में मदद की थी। इस कंपनी के माध्यम से काले धन को सफेद भी किया गया था।
मोसेक फोंसेका पनामा देश की एक लॉ कंपनी है, जो पैसे के मैनेजमेंट का काम करती है। अगर आपके पास बहुत पैसा है और आपको काफी सारा टैक्स जमा करना पड़ता है तो ये कंपनी आपके नाम से फर्जी कंपनी खोलती है, और सिर्फ कागजों में इसका हिसाब रखती है। इस तरह पनामा देश की आर्थिक व्यवस्था दुनियाभर के लोगों के कारोबार से फलती फूलती है।
बता दें यह कंपनी 42 देशों में सक्रिय है जिसमें कम से कम 600 स्टाफ काम करते हैं। इस लिस्ट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का भी नाम था। नाम सामने आने पर पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल प्रभाव से नवाज को पीएम पद से बर्खास्त कर दिया।
इसके अलावा जैकी चेन, फुटबॉलर मेसी, यूक्रेन के राष्ट्रपति और व्लादिमेर पुतिन के कई करीबियों के नाम भी इस लिस्ट में शामिल है।