नई दिल्ली: अभिनेत्री दिशा पटानी ने पिछले दिनों 'एम.एस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' से अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत कर चुकी है। पहली ही हिन्दी फिल्म से उन्होंने दर्शकों के दिलों में अपने लिए खास जगह बना ली है। लेकिन दिशा का कहना है कि वह बहुत शर्मीली हैं, इसलिए उन्हें लाइमलाइट (प्रसिद्धि) का आदी होने में समय लगा। उन्होंने एक साक्षात्कार में बताया, "मैं बहुत शर्मीली शख्स हूं, लाइमलाइट का आदी होने में मुझे समय लगा। यह उद्योग का हिस्सा है, हालांकि मुझे कोई शिकायत नहीं है। मैं अपने आप को बहुत खुशकिस्मत मानती हूं और सभी लोगों का ध्यान आकर्षित कर पाने को लेकर बहुत खुश हूं।" दिशा का कहना है कि मशहूर हस्ती होने के अपने फायदे और नुकसान हैं। उन्होंने कहा, "अच्छी बात यह है कि हमें बहुत ज्यादा यात्रा करने को मिलता है, लेकिन इसका नकारात्मक पक्ष यह है कि हम जिन स्थानों पर शूटिंग करते हैं उसे छोड़कर वास्तव में अन्य जगहों पर नहीं जा पाते हैं।"
अभिनेत्री फिलहाल 'ओनली' ब्रांड के आगामी ऑटम/विंटर 2017 कलेक्शन की शूटिंग कर रही है। उन्होंने कहा, "फैशन अभिव्यक्ति का एक रूप है।" दिशा ने कहा कि हर किसी का अलग स्टाइल और फैशन होता है, सहजता महसूस करना बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि उनके वार्डरोब में आरामदायक, फैशनेबल और व्यावहारिक कपड़े रहते हैं। दिशा से जब पूछा गया कि क्या वे पटकथा की मांग पर डी-ग्लैम (सादे लुक में) किरदार निभाना चाहेंगी, तो उन्होंने कहा, "फिल्म में मेरा किरदार मेरे लिए मायने रखता है। अब तक मैंने जो भी फिल्में की हैं, उनमें मुझे डी-ग्लैम अवतार में देखा गया है। 'एमएस धोनी..' में मेरा किरदार सीधी-साधी लड़की का था और इसे निभाने के लिए मैंने बहुत कम मेकअप किया।"
उन्होंने कहा कि फिल्म के निर्माता चाहते थे कि उनका (दिशा पटानी) किरदार आंखों से अपनी बात कहे और तेलुगू फिल्म 'लोफर' में भी वह कम मेकअप और एक चोटी वाले लुक में नजर आईं। ब्रांड का प्रचार करने और फिल्में करने के अलावा दिशा नृत्य करने की भी शौकीन हैं। दिशा ने बताया कि नृत्य हमेशा उन्हें व्यस्त रखता है, लेकिन हाल ही में पैर में चोट लगने की वजह से आजकल वह नृत्य नहीं कर पा रही हैं, उन्हें किक बॉक्सिंग करना, जिम जाना और फिल्में देखना भी पसंद है।