मुंबई: बॉलीवुड एक्ट्रेस दीया मिर्जा ने अपने माता-पिता के अलगाव के दौर को याद किया, जब वह काफी छोटी थी और दुखी भी थी। हालांकि उनका कहना है कि उनके सौतेले पिता 'एक उदाहरण पेश करने वाले इंसान' थे, जिन्हें अच्छे से पता था कि परिस्थिति को कैसे संभालना है।
अभिनेत्री ने पिंकविला डॉट कॉम से कहा, "एक बच्चे के रूप में मुझे याद है कि मेरे माता-पिता दोनों किस तरह के संघर्ष से गुजर रहे थे और एक साथ न रहने के विचार में ही समाधान खोज रहे थे। वे एक-दूसरे की बहुत देखभाल करते थे, वे एक-दूसरे से प्यार करते थे। वे बस एक साथ नहीं रह सकते थे, क्योंकि वे जिंदगी से अलग चीजें चाहते थे और कभी-कभी, ऐसा होता है।"
दीया मिर्जा ने पीछा करने वाले को इस तरह सिखाया था सबक
अपने सौतेले पिता के बारे में दीया ने कहा, "मेरे सौतेले पिता उदाहरण पेश करे वाले इंसानों में से थे। उन्हें अपने पिता के रूप में स्वीकार करने में मुझे बहुत समय लगा। लेकिन उन्होंने समझदारी दिखाते हुए मेरे साथ दोस्ती की थी। 18 साल की उम्र में हैदराबाद छोड़ने और उनकी देखभाल से दूर आने से ज्यादा किसी चीज ने मेरा दिल नहीं तोड़ा। मैंने जन्म देने वाले पिता को तब खो दिया जब मैं कुछ भी नहीं थी और मैंने 23 साल की उम्र में अपने सौतेले पिता को भी खो दिया। दोनों पुरुषों ने जीवन के प्रति मेरी समझ को काफी प्रभावित किया।"
बता दें कि दीया मिर्जा अपने पति साहिल संघा से अलग हो चुकी हैं। वर्कफ्रंट की बात करें तो वो हाल ही में तापसी पन्नू की फिल्म 'थप्पड़' में नज़र आई हैं।