नई दिल्ली: बॉलीवुड की खूबसूरत दीवा दीया मिर्जा भारत की तरफ से संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सद्भावना दूत नियुक्त की गई हैं। इसी से संबंधित एक इंटरव्यू के दौरान दीया ने बताया कि वो पीरियड्स के दौरान सैनिटरी नैपकिन्स का इस्तेमाल नहीं करती हैं। दीया ने कहा- वह उन सभी चीजों का इस्तेमाल करना बंद कर चुकी हैं, जिससे पर्यावरण को नुकसान हो रहा है। दीया के अनुसार वैसे तो सैनिटरी नैपकिन महिलाओं के लिए बहुत जरूरी है लेकिन इससे पर्यावरण बहुत प्रदूषित होती है। दीया ने कहा- पर्यावरण को हो रहे नुकसान को देखते हुए ही मैंने सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल बंद कर दिया है।
दीया मिर्जा ने कहा, ‘हमारे देश में महिलाओं के लिए उपलब्ध सैनिटरी नैपकीन और डाइपर बहुत बड़े पैमाने पर पर्यावरण और वातावरण को प्रदूषित कर रहे हैं इसलिए मैं अपने मासिक धर्म के दिनों में सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल करना बंद कर चुकी हूं। एक एक्टर होने की वजह से मेरे लिए यह कहना बहुत जरूरी है क्योंकि हम सैनिटरी नैपिकन्स का प्रचार भी करते हैं। मुझे जब भी सैनिटरी नैपकिन के प्रचार का ऑफर आता है तो मैं साफ इनकार कर देती हूं।’
दीया ने कहा- अब मैं सिर्फ और सिर्फ 100 प्रतिशत प्राकृतिक रूप से नष्ट होने वाले बायोडिग्रेडबल नैपकिन का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। हमारे देश में पहले भी महिलाएं पीरियड्स के दौरान कॉटन का इस्तेमाल करती थीं, लेकिन अब नई तकनीक की वजह से ऐसी चीजें आ गई हैं जो पर्यावरण को किसी भी तरह का कोई नुकसान न पहुंचाए। मैं लोगों से भी गुजारिश करती हूं पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सुरक्षित बायोडिग्रेडबल नैपकिन का इस्तेमाल ही करें।’