नई दिल्ली: 'यमला, पगला, दीवाना फिर से' की प्रमोशन के लिए धर्मेंद्र इंडिया टीवी के खास शो आप की अदालत पहुंचे। यहां उन्होंने काफी सारी बातें की। धर्मेंद्र पर 'आप की अदालत' का मुकदमा शुरू हो चुका है, उन पर पहला इल्जाम है कि वो मनमौज़ी हैं। क्योंकि पिता जी कुछ और चाहते थे लेकिन वो बन गए एक्टर।
धर्मेंद्र ने अपनी सफाई दी और कहा- हां मैं अभिनेता बनना चाहता था, और मैंने अपना सपना पूरा किया। धर्मेंद्र ने यह भी बताया कि जब वो प्रोड्यूसर्स से काम मांगने गए तो उनसे कहा गया- पहलवान साहब आप पहलवानी करिए यहां कहां आ गए एक्टिंग करने।
धर्मेंद्र से जब पूछा गया कि उनकी फिल्मों मे बार-बार कुत्ते वाला डायलॉग क्यों आता है, जैसे- इन कुत्तों के सामने मत नाचना..., कुत्ते-कमीने मैं तेरा खून पी जाऊंगा। धर्मेंद्र ने कहा- बोल दिया और वो हिट हो गया।
धर्मेंद्र से पूछा गया कि वो शर्ट उतारने वाले पहले एक्टर हैं, इस पर उन्होंने कहा- हां ये शुक्र है कि मैं ऐसा कर सका। बचपन में हम लोग साइकिल चलाते थे, मैं लोअर मिडल क्लास या कह सकते हैं, गरीब ही था, और मेहनती था, इसलिए बन गई ऐसी थाई। एक बार सलमान ने मुझसे पूछा था कि ऐसी थाई कैसे बनेगी? अब क्या बताऊं उसे, जो बननी थी बन गई।
हमारे वक्त की बात अलग थी अब एक्टर बनने के लिए डांस और अच्छी बॉडी जरूरी हो गई है।
धर्मेंद्र अपनी इस फिल्म के प्रमोशन करने के लिए आज इंडिया टीवी के शो आप की अदालत में पहुंचे, जहां उनसे इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने कई सवाल पूछे, अभिनेता ने भी दिल खोलकर जवाब दिए। धर्मेंद्र से जब पूछा गया कि उन्होंने कभी नंबर वन बनने की कोशिश क्यों नहीं की, तो उन्होंने बड़े ही शायराना अंदाज में जवाब दिया। धर्मेंद्र ने कहा-
‘’ऐसे-वैसे लोग बन जाते हैं, कैसे-कैसे लोग
मुझे तो मैं भी ना बनना आया, वैसा कैसे बनूं”
धर्मेंद्र ने आगे कहा-
''हम तीन में हैं, ना तेरह में हैं, मगर खुदा के बंदों की उस गिनती में हैं
जो खुदा को मोहब्बत और मोहब्बत को खुदा कहते हैं''
धर्मेंद्र ने बताया कि उन्हें 'वक्त' में राजकुमार वाला रोल मिल रहा था, लेकिन मेरे करियर का शुरुआती दौर था और मैं नहीं चाहता था कि बड़ा भाई बनूं, मैंने निर्देशक से कहा कि मुझे मंझला भाई का रोल दे दो, लेकिन वो नहीं माने और मैंने भी नहीं किया फिर वो रोल।
धर्मेंद्र ने यह भी बताया कि कैसे उन्होंने स्क्रिप्ट राइटर सलीम खान (सलमान खान के पिता) से ‘ज़जीर’ की स्क्रिप्ट 17,500 रुपये में खरीदी थी और डायरेक्टर प्रकाश मेहरा को दी थी। ‘’मैंने ‘ज़जीर’ की कहानी 17,500 रुपये देकर सलीम से खरीदी थी, प्रकाश मेहरा ने वह कहानी मुझसे ली, मैं यह रोल करने वाला था लेकिन मेरी कज़िन सिस्टर का प्रकाश मेहरा से झगड़ा हुआ था, इसलिए मैंने वह फिल्म छोड़ दी। मेहरा ने देवानंद, राजकुमार को ऑफर किया, लेकिन यह उसके (अमिताभ बच्चन) मुकद्दर में गया, आज वो ज़जीर के रोल से जाने जाते हैं।
83 साल के अभिनेता ने यह भी बताया कि कैसे उन्होंने ‘शोले’ का जय वाला किरदार अमिताभ बच्चन दिलवाया। धर्मेंद्र ने कहा- ‘शोले’ में जय का रोल मैंने अमिताभ को दिया, यह बात मैंने कभी कहा नहीं, अमिताभ खुद कहते हैं- धर्मेंद्र ने मुझे दिया। यह रोल शत्रु को जा रहा था, शत्रु ने बाद में आकर मुझसे कहा- पा’जी आपने मुझे यह रोल क्यों नहीं दिया। मैंने कहा, वो पहले आए इसलिए उन्हें पहले यह रोल मिल गया।
फिल्म ‘अमर, अकबर, एंथनी’ फिल्म में काम ना करने को लेकर दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र ने कहा- ‘’उस समय मैं डबल शिफ्ट में 16-20 घंटे रोज काम करता था, फिल्म ‘चाचा-भतीजे’ और ‘धर्मवीर’ के लिए। उसी दौरान मनमोहन देसाई ने ‘अमर, अकबर, एंथनी’ के लिए मुझे ऑफर दिया, मैंने मना कर दिया। इस इंडस्ट्री में अहंकारी लोग बहुत हैं, इसके बाद हमारे रास्ते अलग-अलग हो गये।‘’
‘शोले’ के जय यानी अमिताभ बच्चन के बारे में बात करते हुए धर्मेंद्र ने कहा- ‘’हां, वह सिर्फ ड्येट गाने (यह दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे) में ही वह हंसा, उसके बाद वह हंसा ही नहीं। उसके बाद कोई सीन नहीं, जहां मुझसे हंसकर बात की हो कहीं भी।‘’
धर्मेंद्र ने अपने अब तक के बेस्ट रोल के ‘शोले’ के वीरू के बारे में बात करते हुए कहा- ‘’आज तक मुझे वीरू का रोल सबसे अच्छा लगा, मीडिया में खबर आई कि मुझे गब्बर या ठाकुर का रोल करना था, अब बताइए ऐसे वीरू का अच्छा रोल छोड़कर मैं वो रोल क्यों करूंगा, जिसमें पीछे हाथ बांधे हुए हैं या फिर खैनी खाते हुए? वीरू का रोल कलरफुल था।‘’
रजत शर्मा ने जब उनसे पूछा कि वीरू का रोल क्या आपने इसलिए किया था कि सामने हेमा मालिनी थीं...इमोशन था उनके साथ? इस पर धर्मेंद्र ने कहा- ‘’कई बातें होती हैं, जो बिना कहे भी समझी जाती हैं। कुछ बातें कहकर भी समझाई नहीं जाती।‘’
रजत शर्मा ने यह भी कहा- बहुत सारी कहानियां आपको लेकर चलती थीं कि आप अपने ऊपर ध्यान नहीं देते थे, जब पीना शुरू करते थे तो रुकते ही नहीं थे।
धर्मेंद्र ने कहा-
मैं कभी-कभी आईना देखता हूं, तो आईना मुझसे कहता है...
इश्क ने मारा तुझे शराब ने मारा, मिलता ना वरना कोई सानी तुम्हारा
मैं भी जवाब दे देता हूं...
शराब ना होती, इश्क ना होता, ये जीना भी कोई जीना होता
अपने पीने की लत के बारे में धर्मेंद्र ने खुलकर बात की, उन्होंने बताया कि कैसे वह एक बार शूटिंग के दौरान लस्सी की गिलास में बीयर डालकर पी रहे थे, और उनकी को-स्टार मौसमी चटर्जी ने उनसे लस्सी शेयर करने को कहा, तब उन्होंने बताया कि इस लस्सी में बीयर मिली है।
जब रजत शर्मा ने कहा, जया बच्चन ने एक बार उन्हें ‘ग्रीक गॉड’ कहा था और दिलीप कुमार ने उन्हें ‘ही मैन’ का टैग दिया था। इस पर धर्मेंद्र ने कहा- सब तारीफ तो करते हैं, पर सुनने के बाद मैं डर जाता हूं, मैं डरता हूं अगर ये मुक़ाम मुझे मिला है, तो बनाए कैसे रखूं। कुछ कुदरत की देन है, मैं सिंपल आदमी हूं, हां, मैं मर्द हूं। मर्द अगर चंचल ना हो, और थोड़ा खिलंदड़ ना हो तो मर्द कहलाने का कोई हक नहीं है उसे।
धर्मेंद्र ने अपनी हीरोइनों के बारे में बात करते हुए कहा- ‘’मुझे किसी ने यह भेजा कि मैंने 70 हीरोइन (करीब 300 फिल्में) के साथ काम किया, अभी लिस्ट देखूंगा गिनती मेरी कमजोर है, मैं देखूंगा कौन रह गई।‘’
धर्मेंद्र से जब पूछा गया कि क्या वो मीना कुमारी से प्रेम करते थे, धर्मेंद्र ने कहा- ‘’मोहब्बत नहीं मैं फैन था उनका, वह बहुत बड़ी स्टार थीं और मैं उनका फैन था, अगर फैन और स्टार के रिलेशन को मोहब्बत कहते हैं तो उसे मोहब्बत समझ लीजिए।‘’
रजत शर्मा ने उनसे सवाल करते हुए पूछा कि क्या उन्होंने आपको ‘उर्दू शायरी’ सिखाई, इस पर धर्मेंद्र ने कहा- ‘’नहीं शायरी तो 2001 में मैंने लिखनी शुरू की। शायरी कोई नहीं सिखाता, शायरी लिखना अंदर से आना चाहिए। सिखाने से नहीं होता कुछ।‘’
‘आप की अदालत’ में रजत शर्मा ने बॉलीवुड के ‘ही मैन’ धर्मेंद्र से पूछा कि क्या उन्होंने मीना कुमारी के कहने पर शराब पीना शुरू किया था। इसका जवाब देते हुए धर्मेंद्र ने कहा- ‘’मुझे लेडीज पीते अच्छे नहीं लगते, उनके हाथ में गिलास नहीं अच्छा लगता। महिलाओं के बारे में अपनी तस्वीर है मेरे मन में, वही हमारे तहज़ीब और तमद्दुर (संस्कृति और परंपरा) में हैं। इनके हाथ में वो चीजें अच्छी नहीं लगती।
जब धर्मेंद्र से पूछा गया कि क्या कमाल अमरोही (मीना कुमारी के पति) ने उन्हें जानबूझकर फिल्म ‘रजिया सुल्तान’ में अफ्रीकन स्लेव याकूत का रोल दिया था, ताकि वह उनका मुंह काला कर सके। इस पर धर्मेंद्र ने कहा- कुछ तो होगा... मैं उसके डिटेल्स में जाना नहीं चाहूंगा। अफ्रीकन का रोल था, यह अच्छा रोल था, याकूत (रजिया सुल्तान के पति) गोरा तो नहीं हो सकता था। अब आप जो कह रहे हैं वो भी ठीक होगा, मेरी समझ से यह थोड़ा बाहर है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या कमाल अमरोही ने उन्हें द्वेष भावना की वजह से फिल्म ‘पाकीजा’ में राजकुमार का रोल नहीं दिया, इस पर धर्मेंद्र ने जवाब दिया- ‘’जेलस हैं लोग... (हंसते हुए) अब इसके डिटेल्स में जाने से जो है, वो कम हो जाता है।‘’
जज बने पत्रकार वेद प्रताप वैदिक ने धर्मेंद्र की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें अब कवि सम्मेलन में जाकर शायरी सुनाइए। धर्मेंद्र को आपकी अदालत से बाइज्जत बरी किया गया।
आप की अदालत का रिपीट टेलीकास्ट रविवार सुबह 10 बजे और रविवार रात 10 बजे होगा।
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