नई दिल्ली: परवीन बाबी 70के दशक की सुपरहिट एक्ट्रेस में से एक थी। अमिताभ बच्चन, शशी कपूर जैसे कई दिग्गज स्टार के साथ परवीन बाबी ने काम किया था। सबकुछ ठीक चल रहा था लेकिन उसी बीच ऐसा चल रहा ता जिसने परवीन बॉबी को अंदर तक हिला दिया और बीमार रहने लगी जिसके बाद उनकी मौत हो गई। 1970 के दशक में परवीन बाबी को हिन्दी सिनेमा में ग्लैमरस रोल करने के लिए हमेशा याद किया जाएगा। परवीन ने 1970 और 1980 की कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों मे भी काम किया है, जैसे दीवार, नमक हलाल, अमर अकबर एन्थोनी और शान। सिर्फ इतना ही नहीं परवीन बाबी का नाम बॉलीवुड की खूबसूरत एक्ट्रेस में भी शुमार है।
परवीन ने कभी शादी नहीं की। लेकिन उनका कई विवाहित पुरुषो से संबंध रहे। जैसे निर्देशक महेश भट्ट, अभिनेता कबीर बेदी और डैनी डेनजोगपा। उनके और अमिताभ बच्चन के बीच भी चक्कर चलने की अफवाहें थी। उन्होंने बाद मे अमिताभ पर यह आरोप भी लगाया कि उन्होंने उन्हे मारने की कोशिश की है, हालाकि इसके कुछ साल बाद पता चला कि यह उनका वहम था। महेश भट्ट ने बाद में बॉबी और उनके बीच के रिश्ते पर आधारित एक आत्मकथात्मक फिल्म अर्थ (1982) बनाई, जिसके लेखक और निर्देशक वे स्वयं थे। उन्होंने उनके और परवीन बॉबी के बीच के रिश्ते के तथ्यो पर आधारित एक अन्य फिल्म, लम्हे (2006) बनाई, जिसके लेखक और निर्देशक भी वे ही थे।
जब सिनेमाई पर्दे पर अच्छी लड़कियों के सलवार सूट और साड़ी पहनने का चलन था, तब पाश्चात्य रंग-ढंग में पली-पढ़ी परवीन बाबी को फिल्म निर्देशक बीआर इशारा ने पहली बार क्रिकेटर सलीम दुर्रानी के साथ 1973 में फिल्म 'चरित्र' में मौका दिया। फिल्म तो फ़्लॉप हो गई, लेकिन परवीन बाबी का जादू चल निकला। बीआर इशारा नई अभिनेत्री की तलाश में थे, ऐसे ही किसी दिन उनकी नजर परवीन बाबी (Parveen Babi) पर पड़ी थी जो उस वक्त सिगरेट का कश लगा रही थीं और इशारा ने तय कर लिया कि उनकी अभिनेत्री मिल गई है। परवीन बाबी को पहली कामयाबी 'मजबूर' फिल्म में मिली अमिताभ बच्चन के साथ 1974 में। टाइम के कवर पर जगह पाने वाली पहली बॉलीवुड कलाकार परवीन बाबी थीं।
सिनेमाई करियर में वो जितनी कामयाब हुईं, वैसी कामयाबी उन्हें अपने निजी जीवन में नहीं मिली। पहले पहल उनका अफेयर डैनी के साथ हुआ। डैनी ने फ़िल्मफ़ेयर को दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि परवीन बाबी (Parveen Babi) और उनका साथ तीन-चार साल का रहा था, इसके बाद दोनों के रास्ते अलग हो गए थे। डैनी के बाद परवीन बाबी का प्यार कबीर बेदी के साथ हुआ था।
परवीन बाबी ने 'द इलस्ट्रेटेड वीकली ऑफ इंडिया' में अपना एक संस्मरण लिखा था - "मेरा करियर इससे बेहतर कभी नहीं रहा। मैं नंबर एक की रेस में हूं। बंबई में कोई ऐसी फिल्म नहीं बन रही है, जिसमें परवीन बाबी ना हो। लोग मेरी इस कामयाब वापसी से चकित हैं। कई लोग इसे मेरा लक बता रहे हैं, लेकिन मैं आपको बताना चाहती हूं कि इसमें लक की कोई बात नहीं है, ये बिल्कुल पसीना और आंसू है जो टूटे दिल के साथ कठिन मेहनत से आई है।''
कबीर बेदी के साथ ब्रेकअप को अपने जीवन का टर्निंग प्वाइंट बताने वाली परवीन बाबी इसके बाद महेश भट्ट के रोमांस में पड़ीं। दोनों का रोमांस 1977 के आखिर में शुरू हुआ था, तब महेश भट्ट भी कबीर बेदी की तरह शादीशुदा थे लेकिन वो अपनी पत्नी और बेटी पूजा भट्ट को छोड़कर परवीन बाबी के साथ रहने लगे थे। ये वो दौर था जब परवीन चोटी की स्टार थीं और महेश भट्ट एक फ्लॉप फिल्ममेकर।
महेश भट्ट के साथ रोमांस के दौरान ही परवीन बाबी को मानसिक बीमारी शुरू हुई थी जिसे महेश भट्ट ने अपने कई इंटरव्यू में पैरानायड स्कित्ज़ोफ़्रेनिया बताया है। हालांकि परवीन बाबी ने खुद को कभी इस बीमारी की चपेट में नहीं बताया। उन्होंने ये जरूर माना था कि आनुवांशिक मानसिक बीमारी ने उन्हें चपेट में ले लिया था। 1983 में परवीन बाबी ने बॉलीवुड को छोड़ दिया। थोड़े समय तक वह बैंगलोर में रहीं, इसके बाद अमरीका चली गईं। अमरीका में भी उनकी मानसिक बीमारी का कोई इलाज नहीं मिला। अपनी बीमारी के दौरान ही उन्होंने अमिताभ बच्चन सहित दुनिया के नामचीन लोगों से अपनी जान को खतरा बताया था। 1989 में परवीन बाबी भारत लौट आईं और 2005 तक मुंबई में रहीं, बॉलीवुड की चमक दमक से दूर। सिर्फ इतना ही नहीं परवीन बाबी ने अपनी आखिरी सांस भी मुंबई मे ंली।