अजय देवगन के पिता वीरू देवगन एक मशहूर स्टंट डायरेक्टर थे। उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में स्टंट कोरियोग्राफ किए थे। उन्हें कई अवार्ड्स से भी सम्मानित किया गया था। वीरू देवगन 27 मई 2019 को इस दुनिया को अलविदा कहकर चले गए थे। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वीरू देवगन का निधन कार्डिक अरेस्ट की वजह से हुआ था। स्टंटमैन मुंबई स्टार बनने का सपना लेकर आए थे। उनका यह सपना पूरा नहीं हो सक तो उन्होंने अपने बेटे अजय देवगन को सुपरस्टार बनाया।
वीरू देवगन ने बेटे अजय को सुपरस्टार बनाने के सपना देख रखा था। जिसकी वजह से कम उम्र से ही उन्हें इसके लिए तैयार करना शुरू कर दिया था। उन्होंने अजय को फिल्ममेकिंग और एक्शन से भी जोड़ा ताकि वह जमीनी चीजों से भी अवगत रहें। घर में जिम बनवाया। कॉलेज के टाइम से ही डांस क्लासेस भी शुरू करवा दी थी। अपने साथ सेट पर ले जाते थे ताकि अजय को समझ आ सके कि सेट पर काम किस तरह से होता है।
एक्टर बनने से पहले अजय देवगन ने बतौर असिस्टेंट भी काम किया है। उन्होंने शेखर कपूर को फिल्म दुश्मनी में असिस्ट किया था। अजय सिर्फ 18 साल के थे जब उन्हें 'फूल और कांटे' फिल्म ऑफर हुई थी। पहले तो उन्होंने इसके लिए मना कर दिया था मगर एक महीने बाद ही फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई थी। फिल्म में पिता द्वारा पहले ले सिखाई गई चीजें अजय के बेहद काम आईं। पिता के द्वारा सिखाई गई चीजों से अजय सब एक सुपरस्टार बन चुके हैं। वह आखिरी बार तानाजी: द अनसंग वॉरियर में नजर आए थे। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 250 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस किया है।
वीरू देवगन ने कई शानदार फिल्मों का एक्शन डायरेक्टर के तौर पर निर्देशन किया है। इसमें शहंशाह, दिलजले और हिम्मतवाला जैसी सुपरहिट फिल्में शामिल हैं।