इस समय चक्रवात निसर्ग महाराष्ट्र में मुंबई के दक्षिण-पश्चिम से लगभग 190 किलोमीटर दूर मंडरा रहा है और बुधवार दोपहर को इसके रायगढ़ जिले से सटे हरिहरेश्वर के पास टकराने की आशंका है। पुलिस, फायर ब्रिगेड, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ, सेना, नौसेना, वायुसेना, कोस्ट-गार्ड, होम-गार्ड और अन्य सभी आपातकालीन सेवाएं चक्रवात के मद्देनजर अलर्ट पर होने के साथ ही पूरी तरह से तैयार हैं। वहीं, एहतियात के तौर पर घरेलू उड़ान परिचालन को कम कर दिया गया है। इस बीच बॉलीवुड सेलेब्स भी लोगों से सतर्क रहने की अपील कर रहे हैं। एक्टर कार्तिक आर्यन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें एहतियात के तौर पर क्या करना है और क्या नहीं करना है, ये बताया गया है।
कार्तिक ने बीएमसी का पोस्ट शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, 'आपसे अनुरोध करता हूं कि अफवाहों पर ध्यान मच दीजिएगा और इस ऑफिशियल गाइडलाइंस को शेयर करिए। सुरक्षित रहिए। इस चक्रवात से संबंधित जानकारी और कंर्सन के लिए 1916 नंबर डायल कर 4 दबाइये।'
बीएमसी द्वारा दी गई गाइडलाइंस के अनुसार, तूफान से पहले और उस दौरान आपको ये काम करने हैं:
- घर के बाहर मौजूद सभी चीजों को अच्छी तरह से बांध दीजिए या घर के अंदर ले आइये।
- जरूरी कागजातों और ज्वैलरी को प्लास्टिक के बैग्स में रख दीजिए।
- ऑफिशियल गाइडलाइंस को टीवी या रेडियो पर सुनते रहिए।
- इमरजेंसी में लिए जाने वाले एक्शन की प्रैक्टिस करिए।
- अगर आप मिट्टी के घर, झोपड़ी में नहीं रहते हैं तो घर के सबसे मजबूत हिस्से को इमरजेंसी शेल्टर की तरह इस्तेमाल करिए। घरवालों के साथ इसकी प्रैक्टिस करके देखिए कि सभी के लिए उपयुक्त स्थान है या नहीं।
- एक इमरजेंसी किट तैयार रखिए।
- खिड़कियों से दूर रहिए। कुछ खिड़कियों को बंद करिए और कुछ को खुला रखिए, ताकि हवा का प्रेशर मेंटेन रहे।
- घर के बीचोबीच में रहिए। कॉर्नर से दूर रहिए।
- अपने हाथों से सिर और गले को ढककर सुरक्षित रखिए।
- ऑडिटोरियम या शॉपिंग मॉल जैसी जगहों से दूर रहिए, जहां लंबी-चौड़ी छत है।
- बिना जरुरत वाले सभी साधनों की लाइट बंद कर दीजिए।
- पीने के लिए पानी एकत्र कर लीजिए।
- घायलों या फंसे हुए लोगों की मदद करिए।
- गैस सिलेंडर को भी बंद कर दीजिए। किसी भी तरह की दुर्गंध आने पर घर से तुरंत बाहर निकल जाएं।
क्या नहीं करना है:
- अफवाह मत फैलाएं और ना ही इस पर भरोसा करें।
- तूफान के दौरान गाड़ी मत चलाएं।
- जर्जर बिल्डिंग से दूर रहें।
- घायलों को इधर-उधर मत ले जाएं, अगर ऐसा करना सुरक्षित नहीं है तो, क्योंकि इससे और भी ज्यादा चोट लग सकती है।