नई दिल्ली: अभिनेत्री शबाना आजमी ने शुक्रवार को कहा कि, देश में बढ़ती असहिष्णुता चिंता की बात है और लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है। सामाजिक मुद्दों पर अकसर अपनी राय रखने वाली 65 वर्षीय अभिनेत्री ने कहा कि उन्मादी समूहों को ज्यादा तवज्जो नहीं दी जानी चाहिए।
शबाना ने दिल्ली में ‘वुमेन इन द वर्ल्ड’ सम्मेलन में कहा, ‘‘एक कलाकार के रूप में मेरे लिए बढ़ती असहनशीलता की संस्कृति वाकई चिंताजनक है। यह वास्तव में चिंता की वजह है। लंबे समय से मैं कह रही हूं कि यह उन्मादी तत्व हैं और इसे कमजोर करने की जरूरत है।’’ शबाना ने कहा कि, असहिष्णुता से निपटने की जिम्मेदारी सरकार की है।
उन्होंने कहा, ‘‘मनुष्य हैं तो समाज में असहनशीलता रहेगी। सरकार की जिम्मेदारी है कि इससे निपटे। हमें जो सवाल पूछने की जरूरत है, वह यह है कि सरकार इससे कैसे निपटेगी।’’ उन्होंने जेम्स बांड की फिल्म ‘स्पेक्ट्र’ में चुंबन दृश्य को काटने के सेंसर बोर्ड के फैसले को मनमाना बताया।
जेम्स बांड के तौर पर डेनियल क्रेग की चौथी फिल्म ‘स्पेक्ट्र’ भारतीय सिनेमाघरों में रिलीज हुई लेकिन इसमें कुछ दृश्य काट लिए गए हैं जिस पर सोशल मीडिया में लोगों की तीखी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा, ‘‘दो दिन पहले सेंसर बोर्ड के सम्मानीय अध्यक्ष ने बोर्ड सदस्यों से सलाह के बिना मनमाने तरीके से जेम्स बांड की फिल्म में चुंबन के एक दृश्य को काटकर आधा कर दिया है।’’