नई दिल्ली: एलजीबीटी (समलैंगिक, बाइसेक्शुअल, ट्रांसजेडर) समुदाय के हक में हमेशा बोलने वाली अभिनेत्री सेलिना जेटली का कहना है कि इस समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ने के कारण उनके सहकर्मियों, दोस्तों और परिवार ने उनका साथ छोड़ दिया था, लेकिन वह इससे घबराई नहीं और आगे बढ़ती गई। सेलिना ने इसे सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गुरुवार को गुरुवार को धारा 377 पर फैसला ,सुनाते हुए समलैंगिकता को वैध घोषित करने को ऐतिहासिक फैसला बताया।
फैसले की सराहना करते हुए सेलिना ने आईएएनएस से कहा, "मैंने एलजीबीटी एक्टिविस्ट के रूप में अपने जीवन के पिछले 15 वर्षों से हर दिन आशा और उम्मीद के साथ इसका इंतजार किया और आखिरकार यह हो गया। एक सच्चे देशभक्त के रूप में हमेशा से मेरा एक सिद्धांत था कि मैं भेदभाव स्वीकार नहीं करूंगी या किसी भी संस्कृति के हिस्से के रूप में हिंसा को बढ़ावा नहीं देना चाहिए।"
अभिनेत्री ने कहा, "एलजीबीटी अधिकारों के लिए लड़ने के कारण सहकर्मियों, दोस्तों और यहां तक कि परिवार ने भी मेरा साथ छोड़ दिया, लेकिन मैं इसेस घबराई नहीं और आगे बढ़ती गई क्योंकि मैं जानती थी कि लाखों लोग जीवन के अधिकार के बिना, सम्मान के बिना, खुले में सांस लेने की आजादी के बिना और सुरक्षित महसूस किए बिना आगे बढ़ रहे हैं।"