मुंबई: बॉलीवुड फिल्मकार मधुर भंडारकर के निर्देशन में बनी आगामी फिल्म 'इंदु सरकार' रिलीज से पहले ही काफी विवादों में से फंसी हुई है। हाल ही में मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरुपम ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) को पत्र लिखकर मधुर भंडारकर की इसी फिल्म को रिलीज करने से पहले उनकी पार्टी को दिखाए जाने की मांग की है। 'इंदु सरकार' आपातकाल की पृष्ठभूमि में बनाई गई फिल्म है। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए यह मांग की है कि कहीं उनकी पार्टी के नेताओं की छवि को फिल्म में खराब रूप में तो नहीं दर्शाया गया है।
सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने संजय निरुपम की इस मांग पर पर हैरानी जताई है। निहलानी ने कहा, "वह सीबीएफसी से उन्हें फिल्म दिखाने की मांग क्यों कर रहे हैं? फिल्म कोई हमारी संपत्ति नहीं है कि हम उन्हें इसे दिखाएं। उन्हें निर्माता या निर्देशक से यह मांग करनी चाहिए।" निरुपम का पत्र मंगलवार को मीडिया के सामने आया।
निहलानी के मुताबिक, "ऐसा लगता है कि निरुपम द्वारा मुझे लिखा गया पत्र मुझे मिलने से पहले मीडिया को मिल गया। इससे पहले कि मैं पत्र पढ़ पाता यह प्रेस में आ गया और अगर उन्होंने ऐसा ही कहा है कि फिल्म उनके नेताओं की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है तो वह मीडिया में पत्र को जारी करके फिल्म का प्रचार क्यों कर रहे हैं?" सीबीएफसी के अध्यक्ष को इस पत्र का जवाब देने का कोई कारण नहीं समझ आ रहा है। उन्होंने कहा, "हमें किसी भी शख्स या संगठन से फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग वाले पत्र मिलते रहते हैं। हम जवाब देने के लिए बाध्य नहीं हैं।"