बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत की बृहन्मुंबई म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन (बीएमसी) के खिलाफ याचिका पर सुनवाई को बॉम्बे हाईकोर्ट ने टाल दिया है। अब अगली सुनवाई 22 सितंबर को होगी। कंगना को 14 सितंबर तो बीएमसी को 18 सितंबर तक अपना जवाब पेश करना है।
कंगना के वकील ने बॉम्बे हाईकोर्ट में दलील दी कि जो प्वाइंट्स थे उससे ज्यादा तोड़फोड़ क्यों हुई? घर के फर्नीचर और साजो-सामान को नुकसान क्यों पहुंचाया गया? कंगना के वकील ने यह भी कहा कि जब कोरोना वायरस की वजह से 30 सितंबर तक तोड़फोड़ पर रोक थी तो क्यों तोड़फोड़ की गई?
बॉम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई टलने के बाद कंगना रनौत अपने ऑफिस पहुंचीं। वो बहन रंगोली के साथ वहां गईं और तोड़फोड़ का जायजा लिया। हालांकि, कंगना ज्यादा देर तक नहीं रुकीं। उन्होंने तोड़फोड़ का वीडियो बनाया और घर चली गईं।
बीएमसी द्वारा बुधवार को अभिनेत्री के दफ्तर में कथित अनधिकृत निर्माण कार्य और एक्सटेंशन को लेकर उनके बांद्रा स्थित ऑफिस को ध्वस्त करने के बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने बाद में ऑफिस गिराने के काम पर स्थगन आदेश दे दिया था।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने कंगना के 'अवैध दफ्तर' को तोड़ेने पर रोक लगा दी थी, इसके कुछ ही घंटे पहले बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (बीएमसी) ने परिसर में बुलडोजर चलाना शुरू किया था। कंगना के वकील ने हाईकोर्ट के समक्ष सुबह बीएमसी के नोटिस को चुनौती दी थी, जिसमें कहा गया था कि बांद्रा पश्चिम स्थित ऑफिस के निर्माण में कोई गैर-कानूनी कदम नहीं उठाया गया है।
यहां तक कि जब हाईकोर्ट इस मामले की सुनवाई कर रहा था, तब पुलिस के साथ मौजूद बीएमसी एच-वेस्ट वार्ड की टीम ने अदालत के आदेशों की प्रतीक्षा में ऑफिस ढहाने की प्रक्रिया को रोक दिया। हालांकि, अंदर और बाहर से ऑफिस परिसर का एक महत्वपूर्ण हिस्से को बुलडोजर, जेसीबी और अन्य भारी उपकरणों के इस्तेमाल से ढहा दिया गया।
इससे पहले, बीएमसी ने ऑफिस के बाहर एक नोटिस चिपकाया, जिसमें कंगना के वकील रिजवान सिद्दीकी द्वारा बीते मंगलवार के नोटिस के मद्देनजर दायर जवाब को खारिज कर दिया गया था, जिसमें बीएमसी ने उनके कार्यालय में चल रहे निर्माण में कई उल्लंघनों का जिक्र किया था। इसके कुछ ही घंटो बाद ऑफिस तोड़ना शुरू कर दिया गया।
(आईएएनएस इनपुट के साथ)