नई दिल्ली: अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने भगोड़ा अरबपति हीरा व्यवसायी नीरव मोदी के ब्रांड के साथ किए करार को खत्म करने का फैसला लिया है। अभिनेत्री ने नीरव पर बैंक के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगने के बाद यह फैसला लिया। वह नीरव मोदी के ग्लोबल ब्रांड की एंबेस्डर थीं।
प्रियंका के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, "हालिया आरोपों के मद्देनजर, प्रियंका चोपड़ा ने नीरव मोदी ब्रांड के साथ अपना अनुबंध खत्म करने का फैसला किया है।" प्रियंका ने करार खत्म करने का फैसला कंगना रनौत और बिपाशा बसु द्वारा मेहुल चोकसी के स्वामित्व वाले गीतांजलि समूह के साथ करार खत्म करने के बाद लिया है। उन्होंने कंपनी पर बकाया पैसे का भुगतान न करने का आरोप लगाया है। मेहुल चोकसी हीरा व्यवसायी नीरव मोदी का मामा है। एक वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसे बड़े प्यार से 'मेहुल भाई' कहते देखे गए हैं।
नीरव और मेहुल को जब लगा कि उनके पापों का भांडा फूटने वाला है, तो दोनों इसी साल जनवरी की शुरुआत में अपने पारिवार के सदस्यों के साथ देश छोड़कर चले गए। देश में सत्तारूढ़ पार्टी की सहयोगी शिवसेना का कहना है कि भाजपा हर चुनाव में नीरव और मेहुल से करोड़ों रुपये चंदे में लेती रही है, इसीलिए मामा-भांजे को कानून की गिरफ्त से बचाना भाजपा का फर्ज बनता है और यह बखूबी किया गया है। वहीं कांग्रेस का कहना है कि इन भगोड़ों की संपत्ति जब्त करना लकीर पीटने के बराबर है। सरकार बताए कि भाजपा के प्यारे मामा-भांजे भागे कैसे, भागने क्यों दिया गया, दोनों को कब तक वापस लाया जाएगा? सरकार की ओर से अब तक कोई ठोस जवाब नहीं आया है।