नई दिल्ली। बॉलीवुड इंडस्ट्री को लगातार दूसरे दिन बड़ा झटका लगा है। 24 घंटे के अंदर बुधवार को इरफान खान के इंतकाल के बाद आज गुरुवार को बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर का 67 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। इस बात की जानकारी खुद अमिताभ बच्चन ने ट्वीट कर दी है। ऋषि कपूर के बड़े भाई रणधीर कपूर ने बताया था कि एक्टर को सांस लेने में परेशानी हो रही थी, जिसके चलते उन्हें मुंबई के एच. एन रिलायंस हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था जहां गुरुवार सुबह उनका निधन हो गया। बॉलीवुड अभिनेता ऋषि कपूर के निधन पर देशभर की कई नामचीन हस्तियां दुख व्यक्त कर रही हैं। अभिनेता ऋषि कपूर के कई डायलॉग आजभी लोगों की जुबान पर रटे पड़े हैं।
चिंटू के नाम से मशहूर ऋषि कपूर का जन्म 4 सितंबर 1952 को मुंबई के चेम्बूर में हुआ था। उनके पिता मशहूर एक्टर राज कपूर थे। वे राज कपूर के दूसरे नंबर के बेटे और पृथ्वीराज कपूर के पोते थे। उन्होंने मुंबई के कैंपियन स्कूल और अजमेर के मेयो कॉलेज में अपने भाइयों के साथ पढ़ाई की। रणधीर कपूर उनके बड़े भाई और राजीव कपूर उनके छोटे भाई हैं। ऋषि और नीतू के दो बच्चे हैं रणबीर कपूर और रिदीमा कपूर।
ऋषि कपूर ने सुपरहिट फिल्म बॉबी से बतौर हीरो बॉलीवुड में किया था डेब्यू
ऋषि कपूर ने बाल कलाकार के तौर पर करियर की शुरुआत की थी, और फिल्म थी 'श्री 420'। ऋषि कपूर ने बॉलीवुड की दुनिया में 1970 में अपने पिता की फिल्म 'मेरा नाम जोकर' से डेब्यू किया था। 'मेरा नाम जोकर' फिल्म में ऋषि ने अपने पिता के बचपन का किरदार निभाया था। अपने डेब्यू रोल के लिए ऋषि कपूर को नैशनल फिल्म अवॉर्ड से भी नवाजा गया था। ऋषि कपूर ने बॉलीवुड में बतौर लीड एक्टर शुरुआत 1973 में फिल्म बॉबी से की थी। फिल्म बॉबी में ऋषि कपूर के साथ डिंपल कपाड़िया, प्रेम नाथ, दुर्गा खोटे, अरुणा ईरानी जैसे सितारों ने काम किया था। बॉबी फिल्म के लिए ऋषि कपूर को फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर के अवॉर्ड से नवाजा गया था। फिल्म को ऋषि के पिता राज कपूर ने डायरेक्ट किया था।
अपने करियर में 1973-2000 के बीच ऋषि कपूर ने करीब 92 फिल्मों में रोमांटिक हीरो का किरदार निभाया, जिसमें से 36 फिल्म उनकी बॉक्स ऑफिस पर खूब हिट भी रही थी। साल 2000 के बाद ऋषि कपूर अकसर सपोर्टिंग रोल्स में नजर आने लगे, जिसमें 'हम तुम', 'फना', 'नमस्ते लंदन', 'लव आजकल', 'पटियाला हाउस', 'अग्निपथ', 'हाउसफुल टू' और कई फिल्में शामिल हैं। बतौर सोलो लीड एक्टर 51 फिल्मों में अभिनय किया। ऋषि अपने जमाने के चॉकलेटी हीरो में से एक थे। उन्होने बॉलीवुड की कई रोमांटिक हिट फिल्में दीं। ऋषि ने पत्नी के साथ 12 फिल्मों में अभिनय किया। ऋषि ने निर्देशन में भी हाथ आजमाया। उन्होंने 1998 में अक्षय खन्ना और ऐश्वर्या राय बच्चन अभिनीत फिल्म 'आ अब लौट चलें' निर्देशित की। ऋषि कपूर ने अपने करियर की शुरुआत से हमेशा ही रोमांटिक किरदार निभाया था, लेकिन फिल्म अग्निपथ में उनके खलनायक के किरदार को देख सभी हैरान रह गए। ऋषि को फिल्म 'अग्निपथ' के लिए आईफा बेस्ट नेगेटिव रोल के अवार्ड से भी नवाजा गया।
बॉलीवुड के सबसे बड़े परिवार कपूर खानदान के चिराग ऋषि कपूर ने अपने परिवार की राह पर चलकर फिल्मों में किस्मत आजमाई। फिल्म ‘लैला मजनू’, ‘रफू चक्कर’, ‘कर्ज’, ‘चांदनी’, ‘हिना’, ‘सागर’ जैसी कई फिल्मों में उनके अभिनय को दर्शकों ने काफी सराहा है। अभिनेता के तौर पर अपनी दूसरी पारी को लेकर ऋषि कपूर काफी संतुष्ट थे। इस दौरान वह अपनी पत्नी के साथ ‘दो दूनी चार’ में नजर आए। वहीं ‘अग्निपथ’, ‘कपूर एंडा सन्स’, ‘102 नॉट आउट’ में अभिनय से उन्होंने एक बार फिर दिखा दिया कि बतौर कलाकार अभी वह सिनेमा जगत को और कितना योगदान दे सकते हैं।
ऋषि कपूर की 1989 में बड़े पर्दे पर आई सुपरहिट फिल्म 'चांदनी' का एक गाना इंडिया तथा दिल्ली के अलग अलग जगह पर शूट किया गया था। गाने के बोल भी दिल्ली से मिलते जुलते थे। इसके अलावा ऋषि कपूर तीन साल पहले ही दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में अपनी फिल्म 'राजमा चावल' फिल्म की शूटिंग के लिए रुके थे। इस दौरान उन्होंने दिल्ली को एक बार देख समझा। जब भी ऋषि कपूर को फिल्म 'राजमा चावल' की शूटिंग से समय मिला तो उन्होंने दिल्ली के कुछ इलाकों की सैर भी की थी।
ऋषि कपूर अपनी फिल्मों के साथ-साथ अपने विचारों के लिए भी खूब जाने जाते हैं। सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव रहने वाले ऋषि कपूर ने अपने ट्विटर हैंडल (@chintskap) पर बीते 2 अप्रैल के बाद से एक भी ट्वीट या पोस्ट साझा नहीं की है। बता दें कि, ऋषि कपूर यूएस में करीब 1 साल इलाज करवाने के बाद बीते सितंबर भारत लौटे थे।
एक नजर उनकी फिल्मों के बेस्ट डायलॉग पर
हर इश्क का एक वक्त होता है, वो हमारा वक्त नहीं था, पर इसका ये मतलब नहीं कि वो इश्क नहीं था – जब तक है जान (2012)
हम आज जो फैसला करते है, वही हमारे कल का फैसला करेगा’ -फना (2006)