गुरुग्राम: हरियाणा के एक भाजपा नेता के खिलाफ मंगलवार को बॉलीवुड फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली और अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के सिर काटने की धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। नेता ने 'पद्मावती' फिल्म के विवाद पर दोनों के सिर काट कर लाने वाले को 10 करोड़ रुपये इनाम की घोषणा की थी। हरियाणा भाजपा के मुख्य मीडिया समन्वयक कुंवर सूरजपाल सिंह अम्मू के खिलाफ गुरुग्राम के सेक्टर 29 पुलिस थाने में भारतीय दंड सहिता की धारा 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह शिकायत दीपिका और भंसाली के एक प्रशंसक ने दर्ज कराई है।
गुरुग्राम के चक्करपुर गांव के निवासी शिकायतकर्ता पवन कुमार ने अपनी शिकायत में कहा है कि अम्मू के बयान से उसकी भावना बुरी तरह से आहत हुई है। कुमार ने अपनी शिकायत में कहा है, "मैंने देखा कि अम्मू फिल्म अभिनेत्री पादुकोण और फिल्म निर्माता भंसाली के सिर काटने वाले को 10 करोड़ रुपये इनाम में देने की घोषणा कर रहे हैं। उन्होंने दोनों को गंभीर दुष्परिणामों के लिए धमकी दी है। पादुकोण और भंसाली की जिंदगी खतरे में है। कृपया अम्मू के खिलाफ कार्रवाई करें।"
वहीं दूसरी तरफ अम्मू ने मंगलवार को हरियाणा पुलिस को उन्हें गिरफ्तार करने की चुनौती दी। उन्होंने कहा कि वह अपने बयान पर अडिग हैं, चाहे वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में रहे या न रहे। अम्मू ने कहा कि उन्होंने यह बयान बतौर एक राजपूत दिया है न कि पार्टी कार्यकर्ता के तौर पर।
अम्मू ने कहा कि उन्होंने दीपिका और भंसाली के सिरों पर रकम को दोगुना 10 करोड़ रुपये कर दिया है। अम्मू ने अभिनेता रणवीर सिंह की टांग तोड़ने की धमकी भी जारी की है। उन्होंने कहा, "हम कानून को अपने हाथ में नहीं लेना चाहते, लेकिन हम राजपूत राजाओं और रानियों की छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करने वाले किसी शख्स को माफ नहीं करेंगे।"
उन्होंने कहा, "पादुकोण हमारी बेटी की तरह है और उसे इस तरह के किरदार निभाने से दूर रहना चाहिए जैसे उसने पद्मावती में निभाया है। जो भी हमारी बहनों और बेटियों की तरफ आंख उठाकर भी देखेगा, उसे दंडित किया जाएगा।"
अपने बयान पर भाजपा की तरफ से किसी तरह का कोई नोटिस मिलने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया, "अभी तक कोई नोटिस नहीं मिला है। अगर कोई पूछेगा तो मैं जवाब दूंगा। मैं अपने समुदाय की भलाई के लिए कुछ भी करने को तैयार हूं।" जांच अधिकारी सुनील कुमार ने कहा कि जांच का हिस्सा बनने के लिए आरोपी को जल्द ही नोटिस भेजा जाएगा।