नई दिल्ली: आज चांद जमीन पर कैसे उतर आया? यह एक सवाल था जिस पर पलटकर पारो जवाब देती है कि तुम्हारे होश उड़ाने…यह जवाब उस पारो का था जिसका अंदाज गलत हो ही नहीं सकता था, उस देव के लिए जो रुठने के अंदाज के लिए फेमस था, जो लंदन की उस संसार की बातों में खोया रहता था जो गावों की दुनिया से बहुत दूर था, वो दु:खी भी होता था तो बाउजी की याद और मां की थपकी की यादों आने की बात पारों को बताता और यह कहता था याद तो बात तो वो याद आती है जिसमें कोई बात हो….यह सब कुछ संवाद संजय लीला भंसाली की फिल्म देवदास में ऐश्वर्या राय पारो और शाहरुख खान देव के बीच के संवाद की है।
जब पारो कहती है कि क्या मेरी कभी याद नहीं आई और जब देव इंकार कर देता है तो पारों बनीं ऐश्वर्या राय कैसे पांच खतों और दस साल के समय के दौरान इश्क में डूबी इबारत के साथ इश्क-ए-अंदाज को देव के सामने बताती है। ऐश्वर्या का खिलखिलाना, इश्क का भावनात्मक अंदाज और अल्हड़ दीवानापन के साथ बोलती आंखों के साथ सम्मोहित कर देने वाला वह मासूम अभिनय देवदास में शाहरुख के साथ अभिनय के शिखर पर पहुंच गया। यह ऐश्वर्या की सुदंरता का नहीं उनके अभिनय का सम्मोहन था जिसे फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली ने कुछ इस तरह से तरासा था कि बॉक्स ऑफिस पर फिल्म देवदास ने सफलता की शानदार इबारत लिख डाली।
जब ऐश्वर्या राय ने शाहरुख खान को खास अंदाज में समझाया इश्क का गणित, देखें वीडियो-
45 साल की हुईं ऐश्वर्या, जब मिस इंडिया में हारने के बाद मिस वर्ल्ड बनीं ऐश्वर्या