आज बॉलीवुड की फेमस दादी में से एक जोहरा शहगल का बर्थडे है, जोहरा साल 2014 में दुनिया को अलविदा कह दी लेकिन आज भी दुनिया और बॉलीवुड उन्हें दादी के शानदार किरदार से याद करती है । आज जोहरा के बर्थडे पर हम बात करेंगे बॉलीवुड की ऐसी दादी और नानी के बारे में जिन्होंने ढलती उम्र में ऐसे किरदार किये जब लोग कहते है कि अब उम्र हो चली है एक्ट्रेसस का करियर खत्म है। लेकिन इन एक्ट्रेसस ने अपनी ढलती उम्र में भी दादी-नानी का ऐसा रोल किया जिसे आज भी दुनिया याद रखती है। सबसे पहले बात करेंगे जोहरा सहगल के बारे में।
जोहरा सहगल उर्फ़ साहिबजादी ज़ोहरा बेगम मुमताज़-उल्लाह खान को तो जानते ही होंगे यह वो दादी है जो कभी बूढी नहीं हुईं। जी हाँ, जोहरा का जन्म 27 अप्रैल साल 1912 में यूपी के सहारनपुर में एक मुस्लिम परिवार में हुआ था और उस जमाने मुस्लिम परिवार में पली बढी़ होने के बावजूद जोहरा ने एक हिंदू लड़के से शादी की थी जो उनसे उम्र में आठ साल छोटा था। जी हां, उदय शंकर डांस ग्रुप में जोहरा और उनके पति ने साथ काम किया। जोहरा एक बहुत उम्दा एक्ट्रेस रहीं और उनकी मृत्यु 10 July 2014 में हो गई। जोहरा की पढा़ई की बात करें तो उन्होंने अपनी पढा़ई क्वीन मैरी कॉलेज से पूरी की और जोहरा के कॉलेज में पर्दा रखना अनिवार्य था।
जी हां, जोहरा ने अपने जीवन के आखिरी दशकों में जो फिल्में की उन फिल्मों ने उन्हें हमेशा के लिए यादगार बना दिया और जोहरा ने फिल्म चीनी कम, दिल से, सांवरिया, बेंड इट लाइक बेकहम जैसी फिल्मों में काम किया। जोहरा को फिल्मों के साथ ही टीवी में भी सफलता मिली। आपको बता दें कि जोहरा 80 साल की उम्र में कैंसर जैसी लाइलाज बीमारी से जंग जीत चुकीं हैं और जोहरा ने लगभग 102 साल की उम्र तक अपना जीवन अच्छे से गुजारा फिर साल 2014 में दुनिया को अलविदा कह दिया।
फरीदा जलाल
फरीदा जलाल अपनी टाइम की फेमस एक्ट्रेस में से एक थीं लेकिन उन्हें दादी, नानी, मां के रुप में जितनी लोकप्रियता मिली वह शायद ही उन्हें एक एक्ट्रेस के रुप में मिली। फिल्म दिल तो पागल है’, ‘कहो ना प्यार है’, ‘कभी ख़ुशी कभी ग़म’ जैसी फिल्मों में मां, दादी, नानी का रोल करने वाली फरीदा ने अपने किरदार से लोगों का दिल जीत लिया।रीता भादुड़ी
फिल्म और टेलिविजन की दुनिया से एक और दुखद समाचार, मशहूर ऐक्ट्रेस रीता भादुड़ी अब हमारे बीच नहीं रहीं। 'निमकी मुखिया' में अपने दादी के रोल से घर-घर में फेमस रीता भादुड़ी आज हमारे बीच नहीं है लेकिन आज भी उनके दादी का किरदार लोगों के दिलों के करीब है।
दीना पाठक
भारतीय सिनेमा जगत में दीना पाठक ने ना सिर्फ अभिनय के क्षेत्र में अपना डंका बजाया बल्कि उन्होंने थियेटर जगत को सिनेमा के साथ जोड़ने में बेहद अहम भूमिका निभाई है। हम फिल्मों में क्यूट दादी मां के तौर पर याद करते हैं। जिनकी आवाज की मक्खन लगी खनक अगले सौ बरस तक सुनाई देती रहेगी। उन्हें देख ऐसे लगता था कि पड़ोस में ही रहने वाली कोई बुजुर्ग महिला हैं, या फिर अपने परिवार में ही कोई नानी हैं। और ऐसा हर दर्शक को लगा होगा। एक एक्टर के तौर पर यही सबसे बड़ी सफलता होती है कि आप दर्शक को ऐसा महसूस करवा पाएं। ‘परदेस’ (1997) में उनका गंगा की दादी का रोल ले लीजिए। या फिर ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म ‘गोलमाल’ (1979) जिसमें वे रामप्रसाद/लक्ष्मणप्रसाद की नकली मां बनती हैं।
सुरेखा सीकरी
फिल्म 'बधाई हो' में दबंग सास का किरदार निभाने वाली सुरेखा सीकरी को अपने रोल के लिए जबर्दस्त तारीफें मिल रही हैं। साथ ही सुरेखा टीवी हो या फिल्म दोनों में अपनी दादी के रोल के काफी फेमस है। सिर्फ इतना ही नहीं लोग उन्हें इस रोल में देखना पसंद करते हैं।