मुंबई: कहते हैं सफल आदमी के पीछे एक औरत का हाथ होता है, अभिनेता इरफान खान के लिए ये बात बिल्कुल सच साबित हुई है। एक्टर इरफान खान आज अपना 53वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस मौके पर जानते हैं उनके फिल्मी सफर की कहानी।
इरफान खान की जिंदगी बहुत संघर्षपूर्ण रही है। जयपुर के आमेरओड़ इलाके में एक लोवर मिडिल क्लास घर में जन्मे इरफान से घरवालों को बहुत उम्मीदें थीं। घर के बड़े बेटे होने के नाते घरवाले सोचते थे कि वे जल्द से जल्द कमाना शुरू करें और घर संभाले। लेकिन इरफान ये सब करने में असमर्थ रहे, और झूठ बोलकर दिल्ली आ गए। बचपन से इरफान एक्टर बनना चाहते थे और दिल्ली आकर थियेटर कोर्स करना चाहते थे। अफसोस ये रहा कि दिल्ली आने के बाद भी इरफान का प्रवेश एनएसडी- नेशनल ड्रामा स्कूल में नहीं हुआ। उसी वक्त उनके पिता का देहांत भी हो गया। इरफान की मदद उस वक्त एक लड़की ने की। बाद में इरफान ने दोस्तों के साथ मिलकर टेलीफिल्म बनाई जिसे देखकर फिल्मकार गोविंद निहलानी ने उन्हें काम दिया। दिल्ली वाली उस लड़की ने इरफान का साथ नहीं छोड़ा। बता दें, ये लड़की कोई और नहीं सुतपा सिकंदर हैं जिससे बाद में इरफान ने शादी कर ली।
इरफान खान आज बॉलीवुड में एक बड़े मुकाम पर हैं। लेकिन उनके लिए ये सफर आसान नहीं रहा। लेकिन उनके हर कदम पर उनका साथ उनकी पत्नी ने दिया। इरफान ने अपने जबरदस्त अभिनय से आज बॉलीवुड में बड़ा नाम कमा लिया है। उनकी पहली फिल्म सलाम बॉम्बे थी जिसमें उनका रोल छोटा सा था। फिल्मों से पहले इरफान चंद्रकांता जैसे कई टीवी सीरियल्स में भी काम कर चुके हैं। इरफान ने हॉलीवुड फिल्मों में भी काम किया है।
इरफान ने 'पान सिंह तोमर', 'द लंचबॉक्स', 'तलवार', 'लाइफ ऑफ पाई', 'मुंबई मेरी जान', 'साहेब बीवी और गैंगस्टर रिटर्नस', 'हिंदी मीडियम', 'मकबूल' जैसी फिल्मों से अपना लोहा मनवाया।
दो साल पहले इरफान न्यूरोएंडमाइन कैंसर से जूझ रहे थे जिसका इलाज कराने वे न्यूयॉर्क गए थे। अब कैंसर से उबरकर इरफान वापस आ गए और हिंदी मीडियम 2 फिल्म की शूटिंग भी पूरी कर ली है। इस फिल्म में उनके साथ करीना कपूर खान भी नजर आने वाली हैं।