नई दिल्ली: भजन सम्राट विनोद अग्रवाल का सुबह निधन हो गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें सीने में दर्द की शिकायत के बाद रविवार के दिन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जिसके बाद उनकी हालत और भी ज्यादा गंभीर हो गई थी जिसके बाद आज सुबह मथुरा में उन्होंने अस्पताल में आखिरी सांस ली। बता दें कि रविवार को एक निजी अस्पताल नयति मेडिसिटी में भर्ती कराया गया था। विनोद अग्रवाल के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। विनोद अग्रवाल मथुरा के पुष्पांजलि बैकुंठ अपार्टमेंट में रहते थे।
6 जून 1955 को दिल्ली में जन्मे विनोद अग्रवाल के माता-पिता भगवान श्रीकृष्ण और राधा के परम भक्त थे। परिवार में भक्तिमय माहौल होने की वजह से विनोद अग्रवाल ने बेहद कम उम्र में ही हार्मोनियम बजाना सीख लिया था। विनोद अग्रवाल के भजन देश में ही नहीं विदेशों में भी काफी लोकप्रिय हैं। विनोद अमेरिका, इंग्लैंड, फ्रांस, दुबई सहित यूरोप के कई शहरों में सैकड़ों लाइव शो कर चुके हैं।
भजन सम्राट के नाम से विख्यात विनोद अग्रवाल के दो बच्चे हैं जिनकी शादी हो चुकी है। उनके बेटे का मुंबई में कपड़ों का कारोबार है। विनोद देश विदेश में अब तक तीन हजार से भी अधिक कार्यक्रम पेश कर चुके हैं। उनके राधा कृष्ण के भजन लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है।
भजन गाते समय कई बार उनकी आंखों में आंसू आ जाते थे। उनके भजनों की खासियत ये थी कि वो भजन के दौरान उर्दू शायरी भी पढ़ते थे। उनका मानना था कि सूफी संकीर्णता या कट्टरता नहीं है बल्कि विशालता है। बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने वाले विनोद अग्रवाल University of Pittsburgh ने साइंस में मास्टर्स थे।