बुलाती है मगर जाने का नहीं...ये दुनिया है इधर जाने का नहीं। इस शेर के जरिए मशहूर शायर राहत इंदौरी ने जिस दुनिया का जिक्र किया था..उसी को मसरूफ छोड़कर वो अंतहीन सफर पर निकल पड़े। अलफाजों की दुनिया में हीरे की कद्रदानी करने वाले जानते हैं कि राहत इंदौरी कैसा लिखते थे। वो शायर थे लेकिन सियासत और समझियत से परे उन्होंने इश्क को लिखा। इश्क को जिया और जब तक रहे इश्क मोहब्बत के ऐसे शानदार शेर लिखे कि आने वाली सदियों तक उनकी जानिब बातें किया करेंगी
इश्क मोहब्बत के फेर में डूबे दीवानों के लिए राहत साहब मिश्री की डली थे, जो अपने एक शेर से दीवाने की सब हालत बयां कर देते थे। राहत साहब ने मुल्क के हालातों पर भी लिखा, जज्बातों पर भी लिखा और जनमानस की वाजिब तकलीफों को भी अपने अंदाज में बयां किया।
दो गज़ सही मगर यह मेरी मिल्कियत तो है
ऐ मौत तूने मुझे जमींदार कर दिया
मशहूर शायर राहत इंदौरी नहीं रहे, एक साथ तीन हार्ट अटैक के चलते हुआ निधन
हम से पहले भी मुसाफ़िर कई गुज़रे होंगे
कम से कम राह के पत्थर तो हटाते जाते
शाख़ों से टूट जाएँ वो पत्ते नहीं हैं हम
आँधी से कोई कह दे कि औक़ात में रहे
आंखों में पानी रखों, होंठो पे चिंगारी रखो
जिंदा रहना है तो तरकीबे बहुत सारी रखो
मैं ने अपनी ख़ुश्क आंखों से लहू छलका दिया
इक समुंदर कह रहा था मुझ को पानी चाहिए
कहीं अकेले में मिल कर झिंझोड़ दूँगा उसे
जहाँ जहाँ से वो टूटा है जोड़ दूँगा उसे
मुझे वो छोड़ गया ये कमाल है उस का
इरादा मैं ने किया था कि छोड़ दूँगा उसे
राहत इंदौरी फेमस शायर होने के साथ-साथ फिल्मी गाने भी लिखा करते थे। जो काफी मशहूर भी है। जानें कुछ ऐसे ही गानें।
बुम्बरो बुम्बरो/ मिशन कश्मीर
ऋितिक रोशन, संजय दत्त और प्रीति जिंटा की साल 2000 में आई फिल्म मिशन कश्मीर का गाना बुम्बरो बुम्बरो काफी फेमस हुआ था।
दिल को हज़ार बार रोका रोका रोका/ मर्डर
मलाइका शेरावत की फिल्म मर्डर का ये गाना भी राहत इंदौरी ने लिखा था।
यार ज़रा माहौल बना/ मुन्नाभाई एम.बी.बी.एस.
संजय दत्त की फिल्म मुन्नाभाई एम.बी.बी.एस. का गाना यार ज़रा माहौल बना भी राहत इंदौरी ने लिखा था।