आयुष्मान खुराना आजकल अपनी प्रयोगधर्मी फिल्मों की वजह से चर्चा में है। आपको बता दें कि यूनिसेफ के सेलिब्रिटी एडवोकेट होने के नाते आयुष्मान खुराना ने बच्चों की सुरक्षा को लेकर बात की है। बृहस्पतिवार को दुनिया भर में मानवाधिकारदिवस मनाया जा रहा है और इस अवसर पर आयुष्मान खुराना ने बच्चों की सुरक्षा और एक सुरक्षित माहौल में इनके बड़े होने पर बात की।
आयुष्मान ने कहा, "हिंसा को रोका जा सकता है और रोका जाना चाहिए। माता-पिता, टीचर, समुदाय के एक सदस्य और अपनी एक जिम्मेदारी के रूप में हमारी एक भूमिका है, जिसका हमें पालन करना चाहिए। हमें बच्चों को यह समझाने के लिए उन तक पहुंचने की जरूरत है कि वे अपने माता-पिता या चाइल्ड लाइन 1098 में कॉल कर अपने साथ हो रही हिंसा के बारे में बता सकते हैं। हमें बच्चों को यह समझाने में उनकी मदद करनी होगी कि वे खुद को बचा सकते हैं।"
आयुष्मान ने आगे कहा, "हमें उनके व्यवहार में आ रहे बदलावों को समझने और उसके प्रति अपनी प्रतिक्रिया देने के बारे में भी उनकी मदद करनी चाहिए।"
आयुष्मान विकी डोनर से लेकर बधाई हो, बाला, शुभ मंगल सावधान जैसी सामाजिक फिल्मों में काम कर चुके हैं।
बतौर अभिनेता आज एक ब्रांड बन चुके आयुष्मान अपनी सफलता का श्रेय वह खुद के न बदलने की काबिलियत को देते हैं। आयुष्मान कहते हैं, "मेरे ख्याल से धारा के विपरीत जाकर काम करने और जैसा हूं बिल्कुल वैसा बने रहने के मेरे फैसले की वजह से मेरी बात बनी है। मैं असल जिंदगी में जैसा हूं उस व्यक्तित्व के प्रति सच्चा बना रहा।"
वह आगे कहते हैं, "मेरा मानना है कि देश अब सामाजिक मुद्दों को लेकर खुलकर बोलना चाहता है। मैं खुशकिस्मत हूं कि दर्शकों को मेरी फिल्मों का ब्रांड पसंद आया, वे इससे जुड़े रहे और अपनी भावनाओं को मेरी भावनाओं संग जोड़कर देखा।