मुंबई: बॉलीवुड की दिग्गज अदाकारा आशा पारेख 1960 को दशक की सफल अदाकाराओं में से एक मानी जाती थीं। उन्होंने एक के बाद एक कई हिट फिल्में दी हैं। उन्होंने अपने फिल्मी करियर में खूब नाम, शोहरत और पैसा कमाया है। लेकिन बाद के वर्षों में अच्छी भूमिकाओं के अभाव के चलते उन्होंने अभिनय से दूरी बना ली। आशा कहती हैं कि अभिनय की दुनिया में दूसरा मौका मिलना दुर्लभ है और ऐसा मौका केवल अमिताभ बच्चन को ही मिला।
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उन्होंने कहा, “मेरे पास काम कम हो गया, लोगों ने मुझसे मां की भूमिका के लिए सम्पर्क किया। मैंने कुछ भूमिकाएं की लेकिन मैं वह करके खुश नहीं थी। मैं इसको लेकर आश्वस्त नहीं थी कि जो मैं कर रही हूं वह सही है।“ उन्होंने कहा, “मुझे याद है कि एक फिल्म थी जिसमें मैंने उत्पीडि़त महसूस किया क्योंकि हीरो सुबह साढ़े नौ बजे की शिफ्ट के लिए शाम के साढ़े छह बजे आता था। इसमें मेरे लिए काम करना मुश्किल था।“
आशा पारेख ने कहा कि, “ऐसा कोई तरीका नहीं था मैं इन सब में स्वयं को फिट बैठा सकूं। मैं शॉट देने के लिए सुबह से शाम तक इंतजार नहीं करना चाहती थी। मैंने निर्णय किया कि मैं अब काम नहीं करना चाहती।“
उन्होंने कहा, “यह कोई मुश्किल निर्णय नहीं था। आपको जीवन में कुछ स्थितियां स्वीकार करनी होती हैं। मेरी उम्र हो रही थी और मैंने उसे अनुग्रह से स्वीकार कर लिया। श्रीमान अमिताभ बच्चन को दूसरा मौका मिला। वह भाग्यशाली हैं कि भगवान ने उन्हें आशीर्वाद दिया।“