नई दिल्ली: बॉलीवुड की दिग्गज अदाकारा आशा पारेख पिछले कुछ वक्त से ऑटोबायोग्राफी को लेकर चर्चा में बनी हुई हैं। उन्होंने इसमें अपनी जिंदगी के कई अहम खुलासे किेए हैं। केन्द्रिय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि पिछले पद्म भूषण की लॉबिंग के लिए साल आशा पारेख 12 मंजिल सीढ़ियां चढ़कर आई थीं। लेकिन आशा ने उनके इस दावे को खारिज कर दिया है। एक अंग्रेजी वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने अपनी किताब 'द हिट गर्ल' में गडकरी से मुलाकात को अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती बताया है।
OMG! इतनी बदल चुकी हैं 'मोहरा' की ये एक्ट्रेस, तस्वीरें उड़ा देंगी होश
गौरतलब है कि 2016 में दिए गए पद्म पुरस्कारों की लिस्ट में आशा पारेख का नाम शुमार नहीं था। पिछले साल नागपुर में हुए इवेंट के दौरान गडकरी ने दावा किया था कि आशा ने उनसे भारत के तीसरे सबसे बड़े सम्मान को उन्हें दिए जाने के लिए उनके नाम की सिफारिश करने को कहा था। गडकरी ने कहा, "वह जब मेरे घर आईं तब मेरे आवास की लिफ्ट खराब थी और वह 12 मंजिल सीढ़ियां चढ़कर ऊपर आईं। मुझे उनके लिए बहुत बुरा लग रहा था। मैंने उनसे कहा था कि क्यों यह तकलीफ उठाई।" गडकरी ने आगे बताया आशा ने कहा, "मुझे पद्मश्री मिल चुका है, अब मुझे पद्म भूषण चाहिए।"
हालांकि दूसरी तरफ आशा ने गडकरी के इस दावे को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा, "मेरे एक दोस्त ने मुझे मेरा पद्मश्री अपग्रेड करवाने के लिए एक प्रभावशाली नेता से मिलने के लिए कहा था। जब मैं मुंबई आई तो मेरी मुलाकात नितिन गडकरी से करवाई गई। उन्होंने मेरी उम्र पूछी और मुझसे जाने के लिए कहा और साथ उन्होंने कहा कि मैं पद्मभूषण के लिए आपके नाम की सिफारिश करुंगा।" आशा ने इस बात से भी साफ इंकार किया है कि वह 12 मंजिल सीढ़ियां चढ़कर उनके घर गईं। आशा ने कहा, "जब मैं उनके घर गई तो वहां लिफ्ट बिल्कुल ठीक थी और रही बात 12 मंजिल चढ़ने की, अगर ऐसा होता तो मुझे हॉस्पिटल जाना पड़ता।"