एनसीबी के क्रूज पंचनामा रिपोर्ट के मुताबिक, आर्यन खान ने माना कि अरबाज मर्चेंट के पास जो चरस मिली, वो दोनों सेवन करने वाले थे। इस चरस को स्मोक के जरिये दोनों क्रूज शिप पर सेवन करने वाले थे। अरबाज ने माना कि उसके जूते में ड्रग है। तलाशी लेने पर जूते की तलाई में चरस ड्रग मिली। अरबाज ने कहा कि वो और आर्यन चरस का सेवन करते हैं और शिप पर भी सेवन करने वाले थे।
2 अक्टूबर को सुबह करीब 11 बजे एनसीबी के जांच अधिकारी आशीष प्रसाद ने 2 पंचों को अपना और अपनी टीम का परिचय दिया। उस टीम में जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े, एनसीबी सुपरिटेंडेंट विश्वविजय सिंह,अमोल जगताप-आईओ, सुधाकर शिंदे और अनिल लाड़ जिओ भी थे। जांच अधिकारियों ने पंचों को बताया कि उन्हें इस बात की पुख्ता जानकारी मिली है कि कार्डिला क्रूज शिप पर सफर के लिए आने वाले कुछ यात्रियों के पास पार्टी ड्रग्स है और वो इसे कंज्यूम करने या बेचने शिप पर आने वाले हैं। एनसीबी अधिकारियों ने पंचों को कुछ संदिग्ध यात्रियों के नाम भी बताए और 2 पंच को सर्च के दौरान साथ रहने को कहा।
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इसके बाद एनसीबी अधिकारी ग्रीन गेट गए। वहां सीआईएसएफ सिक्योरिटी को अपना पास दिखाया और लिखित में अनुरोध किया कि टर्मिनल के अंदर जाने दिया जाए। साथ में जांच अधिकारियों ने सीआईएसएफ की एक लेडी अधिकारी को साथ रहने को कहा, जिसके लिए लेडी ऑफिसर तैयार हो गई। टर्मिनल के अंदर सर्च ऑपरेशन करने के पहले एनसीबी के टीम ने खुद अपना और पंचों का सर्च करवाया और कोई आपत्तिजनक सामग्री उनके पास नहीं मिली।
एनसीबी के पंचनामा के अनुसार, एनसीबी टीम अपने साथ अंदर सील नंबर 3, स्टेशनरी के समान, डीडी किट, डिजिटल वेटिंग मशीन, लैपटॉप और पोर्टेबल प्रिंटर ले गई थी। 2 अक्टूबर की शाम 4 बजकर 50 मिनट पर एनसीबी टीम ने डिपार्चर गेट पर 2 लोगों को रोका। इनमें से एक नोएडा के विक्रांत चोकर और दूसरा दिल्ली का इश्मीत चड्ढा था। दोनों ने जैसे पंचनामा में लिखा है स्वीकार किया कि, उनके पास ड्रग्स है। उसके बाद एनसीबी ने विक्रांत की तलाशी ली और विक्रांत के पेंट की जेब के जिप लॉक पाउच से एमडी ड्रग बरामद हुआ, जिसे डिजिटल वेटिंग मशीन पर रखा गया और उसका वजन 5 ग्राम निकला। विक्रांत के पास से एक दूसरा जिप पाउच मिला, जिसमें 10 ग्राम कोकीन भी बरामद की गई। आगे विक्रांत के सर्च में एक प्लास्टिक बैग में 10 ग्राम चरस भी मिली। वही इश्मीत चड्ढा नाम के आरोपी के पास से 6.5 ग्राम एमडीएमए ड्रग की 15 पिंक कलर की गोलियां, 40 हज़ार कैश और क्लासिक गेस्ट एमबी इम्प्रेस कार्ड मिला।
पंचनामा के अनुसार, इसके बाद और 2 यात्रियों आर्यन खान और अरबाज मर्चेंट को इंटरसेप्ट किया गया। अरबाज ने माना कि उसके जूते में ड्रग है। तलाशी लेने पर जूते की तलाई में चरस ड्रग मिली। अरबाज ने कहा कि वो और आर्यन चरस का सेवन करते हैं और शिप पर भी सेवन करने वाले थे। आर्यन ने भी माना कि अरबाज के पास जो चरस मिली, वो दोनों सेवन करने वाले थे। इस चरस को स्मोक के जरिये दोनों क्रूज शिप पर सेवन करने वाले थे।
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अरबाज के पास से मिले ड्रग को जब डिजिटल वेटिंग मशीन पर डालकर उसका वजन किया गया तो वो 6 ग्राम निकला। ये ड्रग यानि चरस को ज़िप लॉक पाउच में हीट सील के साथ ग्रीन पेपर में लपेटकर उस पर HA लिखा गया और जब्त किया गया। इसका सील नम्बर 3 रखा गया और इस सील पर सभी पंच ने डेट के साथ अपने-अपने सिग्नेचर किए। आर्यन और अरबाज के सिग्नेचर भी लिए गए।
इसके बाद एक और यात्री गोमित चोपड़ा की तलाशी ली गई। गोमित के पास से कोकीन एवं एमडीएमए ड्रग मिली। साथ ही 93 हजार रुपये भी मिले। 2 अक्टूबर की इस रेड को एनसीबी ने 3 अक्टूबर को कोर्ट के सामने बताया और 8 आरोपियों को पेश किया। मतलब ये कि बाकि 3 आरोपियों का पंचनामा अलग बना और उसके पंच भी अलग थे।
एनडीपीएस एक्ट के सेक्शन 67 के तहत सभी आरोपियो विक्रांत चोकर, इश्मीत सिंह, अरबाज मर्चेन्ट, आर्यन खान और गोमित चोपड़ा को इन्वेस्टिगेशन अफसर के पास अपीयर होकर अपना बयान देने के लिए नोटिस जारी किया गया।