बॉलीवुड एक्टर अरशद वारसी किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के दिल में जगह बनाई है। उनका नाम उन सितारों में भी शामिल है, जो किसी भी तरह के किरदार को स्क्रीन पर जिंदा करने के साथ-साथ लाजवाब कॉमेडी करने में भी माहिर हैं। आज वो अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। उनका जन्म 19 अप्रैल को मुंबई में हुआ था। कहते हैं कि उनका रुझान शुरु से ही फिल्म जगत की ओर रहा। वो शुरुआती दौर में फिल्मकार महेश भट्ट के सहायक के तौर पर भी काम कर चुके हैं। आइये उनके जन्मदिन पर उनकी जिंदगी से जुड़ी खास बाते जानते हैं।
दर्शकों के बीच सर्किट नाम से पहचाने जाने वाले अरशद ने दसवीं के बाद ही स्कूल छोड़ दिया था।
अरशद वारसी ने लगवाई कोविड वैक्सीन, कहा- वैक्सीन लगवाओ, इम्युनिटी बढ़ाओ
अरशद के बारे में शायद ही किसी को इस बात की जानकारी होगी कि आर्थिक परेशानी के कारण वो सेल्समैन का काम किया करते थे। हालांकि इसके कुछ वक्त के बाद उन्होंने फोटो लैब में भी किया। फिर बाद में उन्होंने एक डांसिंग ग्रुप ज्वॉइन कर लिया।
1993 में आई फिल्म 'रूप की रानी चोरों का राजा' का टाइटल ट्रैक अरशद को कोरियोग्राफ करने का मौका मिला। इसके बाद उन्होंने बतौर अभिनेता 1996 में रिलीज हुई फिल्म 'तेरे मेरे सपने' से फिल्मों में कदम रखा। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस फिल्म के लिए उन्हें जया बच्चन ने ऑफर दिया था।
पहली ही फिल्म से अरशद ने दर्शकों को अपना दीवाना बना दिया था। उनकी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई थी। हालांकि इसके बाद आई फिल्म 'बेताबी', 'हीरो हिंदुस्तानी', 'होगी प्यार की जीत', 'जानी दुश्मन' पर्दे पर असफल साबित रहीं।
2003 में आई फिल्म आई फिल्म 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' और 'लगे रहो मुन्ना भाई' अरशद के करियर में आया एक बेहतरीन मोड़ साबित हुईं।
साल 2013 में आई फिल्म 'जॉली एलएलबी' के लिए अरशद ने खूब तारीफें बटोरी। उनका ये सफर अभी भी जारी है।