नई दिल्ली: शनिवार देर रात मुंबई श्रीदेवी इस दुनिया से हमेशा के लिए चली गईं, बुधवार को उनका पार्थिव शरीर भी पंचतत्व में विलीन हो गया। इस घटना ने पूरे कपूर परिवार को तोड़कर रख दिया। खासकर ये वक्त श्रीदेवी की दोनों बेटियों खुशी और जाह्नवी के लिए काफी मुश्किल है। लेकिन श्रीदेवी के निधन से उनके अंतिम संस्कार तक जिस एक शख़्स की ख़ास चर्चा हो रही है, वो हैं बोनी कपूर के बेटे अर्जुन कपूर।
सभी जानते हैं अर्जुन कपूर बोनी की पहली पत्नी मोना शौरी कपूर के बेटे हैं, उनका सौतेली मां श्रीदेवी के साथ रिश्ता अच्छा नहीं था। इसकी वजह भी साफ है।
बोनी कपूर ने साल 1983 में मोना से शादी की थी। साल 1985 में अर्जुन कपूर का जन्म हुआ और साल 1987 में उनकी बहन अंशुला का। लेकिन अर्जुन और अंशुला के पैदा होने के बाद बोनी कपूर ने श्रीदेवी से शादी कर ली।
हाल ही में अर्जुन कपूर से पूछा गया कि उनका उनकी सौतेली मां श्रीदेवी के साथ कैसा रिश्ता है, तो उन्होंने कहा- वो सिर्फ मेरे पिता की पत्नी हैं हमारा कोई रिश्ता नहीं है। सौतेली बहनों से रिश्तों के बारे में उन्होंने कहा था, ''हम आम तौर पर मिलते नहीं हैं और साथ में वक़्त नहीं गुज़ारते, ऐसे में कोई रिश्ता है ही नहीं है।''
लेकिन श्रीदेवी के निधन के वक़्त अर्जुन कपूर जिस तरह से अपने पिता और सौतेली बहनों के साथ खड़े रहे, वो वाकई तारीफ के काबिल है। अर्जुन पंजाब में अपनी फिल्म की शूटिंग कर रहे थे, लेकिन जैसे ही उन्हें श्रीदेवी के निधन के बारे में पता चला वो तुरंत मुंबई आ गए, उसके बाद अर्जुन दुबई भी रवाना हो गए। बोनी कपूर ने भी अर्जुन की तारीफ करने में देर नहीं लगाई, ट्विटर पर एक लंबा खत उन्होंने श्रीदेवी के लिए लिखा, उसमें उन्होंने अर्जुन और अंशुला की तारीफ की, जो स्तंभ बनकर उनके साथ खड़े रहे।
सोशल मीडिया में भी अर्जुन कपूर के इस व्यवहार की काफ़ी तारीफ़ हो रही है।