बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के निधन ने पूरी इंडस्ट्री हैरान है। एक्टर के निधन का सबसे ज्यादा असर युवा पीढ़ी पर पड़ा है जो छोटे-छोटे शहरों से अपना सपनों को पूरा करने के लिए मुंबई आते हैं। अनुपम खेर ने ऐसे लोगों को एक सलाह दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करके अपने संघर्ष के साथ आने वाली पीढ़ी को एक खास सलाह दी है।
अनुपम खेर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा-एक मैसेज उन सभी युवाओं के लिए जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए मुंबई आते हैं। वीडियो में अनुपम खेर कहते हैं कि इस इंडस्ट्री में आउटसाइडर है, इनसाइडर है सालों से चलता आ रहा है। मैं आज उन हजारों-लाखों नौजवानों से बात करना चाहता हूं जो हिंदुस्तान के छोटे- छोटे शहरों से मुंबई में आते हैं। अपने सपनों को पूरा करने के लिए। हो सकता है आज कल चल रही खबरों को देखकर, सुनकर आपके या आपके माता-पिता के मन में शंका या घबराहट हो रही है कि मैं कहीं गलत जगह तो नहीं आ गया। क्या होता ही है इस नगरी में? क्या मैं आउसाइडर बनकर रह जाउंगा? माता-पिता के फोन आ रहे होंगे बेटा अपने शहर वापिस आ जा।
अनुपम खेर ने आगे कहा- मैं 39 साल पहले जब मुंबई आया था तो मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ था। अरे गंजा है, केकड़ेलजैसा पतला है, हिंदी मीडियम स्कूल का है। एक्टर बनने के लिए बाल चाहिए। टैलेंट तो किसी के भी पास हो सकता है। 1981 में बातें सही भी हुईं। आपको नीचा दिखाने वाले, हौंसला पस्त करने वाले हमेशा आस-पास दिखाई देंगे। मगर दोस्तों हारनी नहीं है। सपनों को बीच में नहीं छोड़ना चाहिए।जब मैं बुरे दौर से गुजर रहा था तो रेलवे प्लेटफॉर्म पर सो रहा था। मुझे याद है मेरे दादाजी ने कहा था बेटा हार मत मानना, क्योंकि भीगा हुआ आदमी बारिश से नहीं डरता है।
अनुपम कहते हैं- सपने देखने से मत डरिए। लोगों का काम है कहा लेकिन आपको विश्वास रखना होगा। उन्होंने कहा- सुशांत अकेले थे। हमे नहीं पता वह किस चीज से गुजर रहे। एक आउटसाइडर का सफल बनना उनके लिए इससे बड़ी श्रद्धांजलि क्या होगी।