Monday, November 04, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. मनोरंजन
  3. बॉलीवुड
  4. अनुपम खेर ने कहा, 'इंदु सरकार' पर सेंसर बोर्ड का रुख दुर्भाग्यपूर्ण

अनुपम खेर ने कहा, 'इंदु सरकार' पर सेंसर बोर्ड का रुख दुर्भाग्यपूर्ण

अनुपम खेर इन दिनों मधुर भंडारकर के निर्देशन में बनी आगामी फिल्म 'इंदु सरकार' को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। आपातकाल के विषय पर बनी इस फिल्म को लेकर कांग्रेसियों के बीच काफी सवाल उठाए जा रहे हैं।

Edited by: India TV Entertainment Desk
Published on: July 19, 2017 13:02 IST
anupam- India TV Hindi
anupam

नई दिल्ली: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर इन दिनों मधुर भंडारकर के निर्देशन में बनी आगामी फिल्म 'इंदु सरकार' को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। आपातकाल के विषय पर बनी इस फिल्म को लेकर कांग्रेसियों के बीच काफी सवाल उठाए जा रहे हैं। हाल ही में समाप्त हुए इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी (आईफा) वीकेंड और अवार्ड्स के इतर अनुपम ने कहा, "सेंसर बोर्ड में क्या हो रहा है..यह केवल दुर्भाग्यपूर्ण ही नहीं है बल्कि हास्यास्पद भी है।" उन्होंने कहा, "हम 21वीं सदी में रह रहे हैं। मुझे लगता है कि लोग इतने जिम्मेदार हैं कि वे जानते हैं कि कुछ ऐसी चीजें नहीं करनी चाहिए जिनके बारे में उन्हें लगता है कि वे नहीं होनी चाहिए। हां, सही है, जब हम कुछ बना रहे हों तो हमें उसकी जिम्मेदारी का अहसास होना चाहिए लेकिन मुझे लगता है कि हम जो बनाना चाहते हैं, हमारे पास उसे बनाने की स्वतंत्रता होनी चाहिए।"

राजनीतिक विरोधों के बीच फंसी राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्मकार मधुर भंडारकर की 'इंदु सरकार' को बनाने का मकसद देश के युवाओं को आपातकाल की अवधि के बारे में बताना है, जिसने राष्ट्र को बहुत प्रभावित किया था। इस फिल्म में मधुर ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और संजय गांधी के चरित्रों को शामिल किया है। इस फिल्म का कांग्रेस के कई नेता सक्रिय रूप से विरोध कर रहे हैं। सेंसर बोर्ड ने फिल्म में 12 कट और दो डिस्क्लेमर सुझाए हैं वहीं आरएसएस और अकाली शब्दों को हटाने को कहा है। लेकिन, मधुर इसका विरोध कर रहे हैं। अनुपम खेर ने कहा, "सरकार ने श्याम बेनेगल के नेतृत्व में एक बोर्ड की स्थापना की थी। इसकी सिफारिशों को निश्चित रूप से लागू किया जाना चाहिए और भारतीय सेंसर बोर्ड की नियम पुस्तिका में इन्हें शामिल किया जाना चाहिए।" (‘जग्गा जासूस’ की अभिनेत्री ने फांसी लगाकर की खुदकुशी)

उन्होंने कहा, "मौजूदा रूल बुक बहुत पुरानी हो चुकी है। इसे थोड़ा-बहुत संशोधित किया गया है लेकिन इस पर पूरी तरह से दोबारा गौर करने की आवश्यकता है।" अनुपम से पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि राजनैतिक पृष्ठभूमि वाली फिल्मों पर लगातार हो रहे विवादों के कारण फिल्मकार इस तरह के विषय चुनने में सतर्कता बरत रहे हैं? इस पर उन्होंने कहा, "यह वैसे भी हो रहा है..आप किसी से यह नहीं कह सकते कि यही बनाओ। लोग वही बना रहे हैं जो वह बनाना चाहते हैं। बल्कि मुझे लगता है कि यह समय भारतीय सिनेमा का स्वर्ण युग है। आप वह बना सकते हैं जो बनाना चाहते हैं।" उन्होंने कहा, "साथ ही, हमें नकारात्मकता को नजरअंदाज करने की जरूरत है। हम इस पर जरूरत से ज्यादा ध्यान देते हैं।"

Latest Bollywood News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Bollywood News in Hindi के लिए क्लिक करें मनोरंजन सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement