उन्होंने ‘मिस्टर इंडिया’, ‘शहंशाह’, ‘जादूगर’, ‘राम लखन’, ‘घायल’, ‘विश्वात्मा’, ‘दामिनी’, ‘दिलजले’, ‘कोयला’, ‘बादशाह’, ‘गदर एक प्रेम कथा’ और ‘नायक’ के अलावा कई फिल्मों में खलनायक का किरदार अदा किया है। अमरीश पुरी की आखिरी फिल्म 'पूरब की लैला पश्चिम की छैला: हैलो इंडिया' उनके निधन के बाद 2009 में रिलीज हुई थी। ब्रेन ट्यूमर की वजह से 72 साल की उम्र में 12 जनवरी 2005 को उनका निधन हो गया था।